🔳दो सौ मीटर दायरे में रातों-रात खदान कर बना डाली सड़क
🔳डेढ़ वर्ष पूर्व भी किया था प्रयास ग्रामीणों के आक्रोशित होने के बाद लगी थी रोक
🔳दोबारा वन भूमि पर खदान होने से हड़कंप, ग्रामीणों का चढ़ा पारा
🔳हरकत में आए वन विभाग ने लगाया बिल्डर पर एक लाख रुपये का जुर्माना
🔳कानूनी कार्रवाई की मांग ने भी पकड़ा जोर
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के सिरोड़ी गांव में बाहरी बिल्डर ने वन भूमि खोद डाली। लगभग दो सौ मीटर दायरे में हुए खदान से ग्रामीणों का पर चढ़ गया। ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान व वन विभाग को सूचना दे मामले में कार्रवाई की मांग उठाई। सूचना पर पहुंचे वनकर्मियों ने मौका मुआयना किया। वन दरोगा सूरज बिष्ट के अनुसार बिल्डर को चिन्हित कर एक लाख रुपये जुर्माना लगाया गया है। मामले की जांच भी शुरु कर दी गई है। गांव की बाशिंदों ने वन भूमि पर खदान करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है।
सिरोड़ी गांव में बाहरी बिल्डरों का बढ़ता दखल अब स्थानीय लोगों व वन भूमि पर भारी पड़ने लगा है। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व बाहरी बिल्डर ने मनमाने ढंग से मुख्य सड़क से वन भूमि पर लोडर मशीन की मदद से खदान कर डाला। ग्रामीणों के आक्रोशित होने पर हरकत में आए वन विभाग ने काम रुकवा दिया तथा बिल्डर के खिलाफ चालानी कार्रवाई भी की। मामला शांत होने व रोड खदान पर कार्रवाई होने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली रविवार को एक बार फिर बिल्डर के हौसले बुलंद हो गए। रातों-रात मुख्य सड़क से करीब दो सौ मीटर दायरे में खदान कर डाला गया। सुबह गांव के लोग जब घरों से बाहर निकले तो जंगलात क्षेत्र में खदान हुआ देख सख्ते में आ गए। ग्रामीणों ने पेड़ों को भी धराशाई करने का आरोप लगाया।मामले की सूचना ग्राम प्रधान नीमा बिष्ट व वन विभाग के अधिकारियों को दी। ग्राम प्रधान नीमा बिष्ट ने वन क्षेत्राधिकारी विजय मेलकानी को मामले की जानकारी दी। हरकत में आए वन क्षेत्राधिकारी ने मौके पर वन कर्मियों की टीम रवाना की। वन कर्मियों ने निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने वन कर्मियों के सामने भी गहरी नाराजगी जताई। आरोप लगाया कि बिल्डरों की मनमानी बढ़ते ही जा रही है। अब जंगलों को भी तहस-नहस किया जा रहा है। वन भूमि कब्जाने का खेल भी जोरों पर है बावजूद कार्रवाई नहीं हो रही। वन कर्मियों की टीम ने निरीक्षण रिपोर्ट अधिकारियों को सौंपी। वन दरोगा सूरज सिंह बिष्ट के अनुसार खदान करने वाले बिल्डर को चिन्हित कर लगभग एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है साथ ही मामले की जांच भी शुरु कर दी गई है।