🔳सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेतालघाट की बदहाली पर नाराजगी
🔳दूसरे दिन भी जारी रहा सुंदरकांड व हनुमान चालीसा पाठ
🔳शांतिपूर्ण ढंग से अस्पताल में व्यवस्था दुरुस्त करने को क्षेत्रवासी आंदोलनरत
🔳आसपास के गांवों के बाशिंदों ने भी किया प्रतिभाग
🔳एकजुट होकर आंदोलन की रणनीति तैयार करने का ऐलान
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेतालघाट में स्वास्थ्य सुविधाओं व चिकित्सकों की तैनाती का मामला तूल पकड़ने लगा है। लगातार दूसरे दिन भी ग्रामीणों ने सुंदरकांड पाठ व हनुमान चालीसा का पाठ कर अस्पताल में व्यवस्था चाक चौबंद करने की मांग उठाई। सर्वसम्मति से तय हुआ की यदि एक महीने के भीतर विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती व सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई तो आंदोलन तेज कर दिया जाएगा।
विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों व आसपास के गांवों के बाशिंदों ने दूसरे दिन मंगलवार को भी सीएचसी बेतालघाट में सुविधाएं उपलब्ध कराने व चिकित्सकों की तैनाती की मांग को लेकर गांधीगीरी का रास्ता अपनाया। अस्पताल परिसर के नजदीक मैदान में सुंदरकांड व हनुमान चालीसा का पाठ किया। वक्ताओं ने अस्पताल की हालत पर नाराजगी जताई। वक्ताओं ने कहा की आसपास के गांवों के सैकड़ों लोग अस्पताल पर निर्भर है बावजूद बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। अस्पताल महज रैफर सेंटर बन चुका है। उपचार के लिए अस्पताल पहुंचने वाले मरीज विशेषज्ञ चिकित्सकों के न होने हल्द्वानी, रामनगर, काशीपुर आदि क्षेत्रों को रुख करने को मजबूर हो चुके हैं। लंबे समय से स्त्री रोग विशेषज्ञ की तैनाती को आवाज उठाए जाने के बावजूद सुध नहीं ली जा रही जिसका खामियाजा गर्भवती महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है। सर्वसम्मति से तय हुआ की यदि एक महीने के भीतर सुविधाओं के साथ विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती नहीं की गई तो फिर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया जाएगा। इस दौरान शंकर सिंह, जगत सिंह बिष्ट, महेंद्र कुमार, मोहित पंत, रविन्द्र प्रसाद, महेंद्र पाल सिंह रावत, तरुण कोहली, मनोज सिंह, प्रमोद मेहरा, रवि जलाल चंपा बोहरा, अंबा दरमाल, ममता देवी, रेखा भंडारी, धना बोहरा, माया बोहरा, हेमा आदि मौजूद रहे।