🔳 केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना बनी सफेद हाथी
🔳 गरमपानी के लोगों को लाभान्वित करने को खर्च हुआ लाखों रुपये का बजट
🔳 सुबह से शाम तक बह रहा हजारों लीटर पानी
🔳 उपभोक्ताओं कर रही नलों से पानी की बूंद का इंतजार
🔳 क्षेत्रवासियों ने अफसरों के नींद में होने का लगाया आरोप
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
जल जीवन मिशन योजना का हजारों लीटर पानी सुबह से शाम तक बर्बाद हो रहा है और इधर गरमपानी के चालीस से अधिक परिवार बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। योजना को बने छह महीने बाद भी उपभोक्ताओं को पेयजल योजना का लाभ नहीं मिल सका है जबकि स्रोत में सुबह से शाम तक पानी की बर्बादी हो रही है। क्षेत्रवासियों ने विभागीय लापरवाही पर रोष जताया है। जल्द आपूर्ति सुचारु किए जाने की मांग उठाई है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित गरमपानी बाजार क्षेत्र के लोगों को केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी जल जीवन मिशन योजना से लाभान्वित करने को छह महीने पहले लाखों रुपये के बजट से योजना का निर्माण किया गया। उम्मीद थी की योजना का निर्माण हो जाने से अब क्षेत्र में पानी का सूखा खत्म हो सकेगा पर उम्मीद धरी की धरी रह गई है। योजना निर्माण को लंबा समय बीतने के बावजूद क्षेत्र के लोगों के घरों में लगे नलों से पानी की बूंद तक नहीं टपक रही जबकि योजना के स्रोत में रोजाना हजारों लीटर पानी की बर्बादी हो रही है। स्थानीय मनीष तिवारी, भास्कर त्रिपाठी, कमल, गौरव पंत, देवेश त्रिपाठी के अनुसार महज पाइप लाइन बिछा नल स्थापित कर इतिश्री कर दी गई है। स्रोत में बर्बाद हो रहा पानी विभागीय अधिकारियों की लापरवाही को दर्शा रहा है। आरोप लगाया की योजना का लाभ न मिलने से क्षेत्रवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बावजूद अधिकारियों की कुंभकरणीय नींद नहीं टूट रही। क्षेत्र के लोगों ने योजना से जल्द पेयजल आपूर्ति सुचारु किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। चेतावनी दी है की यदि अनदेखी की गई तो फिर सरकारी धनराशि की बर्बादी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रशासन को पत्राचार भी किया जाएगा।