🔳 बिन बारिश पहाड़ी दरकने से सख्ते में गांवो के बाशिंदे
🔳 आवाजाही ठप होने से शिक्षक, स्कूली बच्चें व कर्मचारी हुए परेशान, पैदल नापी दूरी
🔳 बड़ी मंडियों को सब्जियां ले जा रहे वाहन भी फंसे
🔳 जेसीबी मशीन चालक को मलबा व भारी बोल्डरों को हटाने में करनी पड़ी कड़ी मशक्कत
🔳 बामुश्किल 11 घंटे बाद मोटर मार्ग पर यातायात हुआ सुचारु
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}

तमाम गांवों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण भुजान – रिची मोटर मार्ग पर मंडलकोट गांव के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन होने से मोटर मार्ग पर बोल्डर व मलबा आ जाने से आवाजाही ठप हो गई। सुबह विद्यालय व सरकारी कार्यालयों को आवाजाही कर रहे शिक्षक व कर्मचारी व स्कूली बच्चों को पैदल ही आवाजाही करनी पड़ी। गांवों से बड़ी मंडियों को भेजे सब्जियों के वाहन भी फंसे रहे। जेसीबी मशीन से बोल्डर व मलबा हटाए जाने के बाद करीब 11 घंटे बाद बामुश्किल यातायात सुचारु हो सका।
बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के तमाम गांवों को जोड़ने वाले महत्वपूर्ण भुजान – रिची मार्ग पर मंडलकोट गांव के समीप शुक्रवार मध्यरात्रि ऋषिगोल की पहाड़ी दरक गई। बगैर बारिश जोरदार आवाज के साथ दरकी पहाड़ी से आसपास के क्षेत्रों में हड़कंप मच गया। पहाड़ी से भारी भरकम बोल्डर व मलबा मोटर मार्ग तक पहुंच गया। शनिवार सुबह गांव के लोग मौके पर पहुंचे। लोनिवि के अधिकारियों को भी सूचना भेजी गई। मोटर मार्ग पर मलबा व बोल्डर इकठ्ठा हो जाने से आवाजाही भी बाधित हो गई। मोटर मार्ग पर दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। विद्यालयों के शिक्षक, बच्चे व ग्रामीणों को पैदल की आवाजाही को मजबूर होना पड़ा। रश्द व सब्जियों से लदे वाहन भी जहां तहां फंस गए। दस बजे के आसपास जेसीबी मशीन मौके पर पहुंची। मलबा हटाए जाने का कार्य शुरु किया गया। जेसीबी मशीन के चालक को करीब एक घंटे तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। मलबा व बोल्डर हटाए जाने के बाद 11 बजे के आसपास बामुश्किल यातायात सुचारु हो सका। आवाजाही सुचारु होने के बाद गांवों के बाशिंदों ने राहत की सांस ली। सब्जियों से लदे वाहन भी गंतव्य को रवाना हुए। पहाड़ी दरकने से मोटर मार्ग पर खतरा बढ़ गया है।