🔳 छह महीने से चिकित्सक की राह देख रहे गांवों के बाशिंदे
🔳 चिकित्सक की तैनाती न होने से गांवो के बाशिंदों को नहीं मिल रहा लाभ
🔳 शहरी क्षेत्रों में निजी अस्पतालों का मंहगा इलाज करवाने को हुए मजबूर
🔳 व्यापारियों ने उठाए विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल
🔳 सीएचसी प्रभारी बोले – उच्चाधिकारियों को किया जा चुका पत्राचार
[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]]
पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित अस्पतालों में लाख दावों के बावजूद ग्रामीणों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं हो पा रही। अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे तथा तमाम गांवों में मध्य में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरमपानी में लाखों रुपये की डेन्टल चेयर तो उपलब्ध हो चुकी है पर छह महीने से दंत चिकित्सक का इंतजार है। चिकित्सक के न होने से लोग दूरदराज रुख कर निजी अस्पतालों की ओर रुख कर मंहगा इलाज कराने को मजबूर हैं।
सैकड़ों गांवों के मध्य में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेतालघाट विशेषज्ञ चिकित्सकों व अल्ट्रासाउंड सेवा को तरस रहा है तो वहीं सीएचसी गरमपानी में भी दंत चिकित्सक का लंबे समय से इंतजार है। करीब छह महीने पहले लोगों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने को हाईटैक डेंटल चेयर अस्पताल में उपलब्ध कराई जा चुकी है पर स्वास्थ्य विभाग दंत चिकित्सक की तैनाती करना ही भूल गया है। बेतालघाट, रामगढ़, ताड़ीखेत तथा हवालबाग ब्लॉक के तमाम गांवों से ग्रामीण उपचार को अस्पताल पहुंच रहे हैं पर दंत चिकित्सक न होने से मरीजों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ रहा है। ऐसे में गांवो के बाशिंदे हल्द्वानी, रानीखेत, अल्मोड़ा, काशीपुर, रामनगर के निजी अस्पतालों में मंहगा इलाज करवाने को मजबूर हो चुके हैं। दंत चिकित्सक की तैनाती न होने से लोग परेशान है। व्यापारी नेता गजेंद्र सिंह नेगी, मनीष तिवारी, फिरोज अहमद, विरेन्द्र सिंह, बिशन जंतवाल, कृपाल सिंह मेहरा, महेंद्र सिंह बिष्ट, संजय बिष्ट, कुलदीप खनायत, सुनील मेहरा आदि ने सुविधा का लाभ न मिलने पर गहरी नाराजगी जताई है। जल्द दंत चिकित्सक की तैनाती किए जाने पर जोर दिया है। दो टूक कहा की उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चिकित्सा प्रभारी डा. सतीश पंत के अनुसार हाईटैक तकनीकी की डेंटल चेयर अस्पताल को उपलब्ध हो चुकी है। दंत चिकित्सक की तैनाती को उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है। चिकित्सक की तैनाती होने पर सैकड़ों गांवों के लोगों को लाभ मिल सकेगा।