🔳आखिरकार वन विभाग की कोशिश लाई रंग, सकुशल आया बाहर
🔳पानी पीने के कोशिश में पानी के टैंक में गिर गया गुलदार
🔳सूचना से पूरे क्षेत्र में मच गया हड़कंप, आसपास के गांवों से उमड़े लोग
🔳गुलदार के सकुशल बाहर आने व जंगल की ओर रवाना होने से वन विभाग व क्षेत्रवासियों ने ली राहत की सांस

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के तल्ला गांव में गुलदार के पानी के टैंक में गिरने से हड़कंप मच गया। जिला मुख्यालय नैनीताल व रेस्क्यू सेंटर रानीबाग से भी वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। करीब नौ घंटे तक टैंक में फंसे रहने के बाद बामुश्किल गुलदार को बाहर निकाला जा सका। वन विभाग ने विशेष रणनीति बनाकर टैंक में सीढ़ी डाली। आक्रोशित गुलदार सीढ़ी से बाहर आकर जंगल को दौड़ गया। गनीमत रही की बड़ी घटना टल गई। गुलदार को भी नुकसान नहीं पहुंचा।

बुधवार को तल्ला गांव स्थित स्टोन क्रशर के कर्मचारी जब प्लांट पहुंचे तो गुलदार की गुर्राहट सुन दहशत में आ गए। आसपास खोजबीन शुरु की गई तो नजदीक बने पानी के टैंक से आवाज आने की पुष्टि हुई। कर्मचारी नजदीक पहुंचे और टैंक के अंदर देखा तो पैरों तले जमीन खिसक गई। टैंक के अंदर गुलदार के होने से कर्माचारियों के पसीने छूट गए। तत्काल सूचना वन विभाग के कर्मचारियों को भेजी गई। आसपास के गांवों से भी गुलदार को देखने को हुजुर उमड़ पड़ा। लोगों की भीड़ देख गुलदार भी आक्रोशित होने लगा। सुरक्षा के मद्देनजर वन विभाग ने टैंक के आसपास आवाजाही पर रोक लगा दी। नैनीताल व रानीबाग स्थित रेस्क्यू सेंटर की टीम भी मौके पर पहुंची। गुलदार को टैंक से बाहर निकालने की कवायद शुरु की गई। पहले चरण की रणनीति में टैंक तक सीढ़ी डाली गई पर गुलदार बाहर नहीं आ सका। गुलदार को निकालने के लिए दूसरे चरण की रणनीति शुरु ही की जा रही थी की तभी गुलदार एक सीढ़ी पर चढ़कर टैंक से बाहर निकल आया और जंगल की ओर दौड़ गया। गुलदार के सुरक्षित बाहर निकल आने से वन विभाग व गांव के बाशिंदों ने भी राहत की सांस ली। वन विभाग की रेंजर सोनल पनेरु के अनुसार संभवत गुलदार पानी पीने के मकसद से टैंक के नजदीक पहुंचा और असंतुलित होकर टैंक में ही गिर गया। बताया की नर गुलदार करीब पांच वर्ष के आसपास उम्र का होगा। एसडीओ राजकुमार, पशु-चिकित्सक डा. हिमांशु पांगती, ललित मोहन आर्या समेत वन दरोगा व वन रक्षक मौजूद रहे।