🔳 तीन करोड़ रुपये की लागत से शेर विद्यापीठ पंपिग पेयजल योजना का कार्य पूरा
🔳 बदले गए आठ पंप, नया ट्रांसफार्मर भी किया गया स्थापित
🔳 लंबे समय से गतिमान थी प्रकिया, आखिरकार कार्य हुआ पूरा
🔳 नावली क्षेत्र में कोसी नदी पर स्थित है महत्वाकांक्षी योजना
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर कोसी नदी क्षेत्र में बनी महत्वाकांक्षी शेर विद्यापीठ पंपिग पेयजल योजना से अब बीस गांवों के सैकड़ों परिवारों को समुचित पेयजल उपलब्ध हो सकेगा। लगभग तीन करोड़ रुपये की लागत से योजना के चार स्टेज के आठ पंप, ट्रांसफार्मर व अन्य कार्य पूरे कर लिए गए हैं। काम पूरा होने के बाद अब योजना में कार्य कर रही संस्था ने ट्रायल पर जलापूर्ति शुरु कर दी है। जल संस्थान के सहायक अभियंता शेखर रौतेला के अनुसार जल्द आपूर्ति सुचारु कर दी जाएगी।
हाइवे पर नावली क्षेत्र में कोसी नदी पर वर्षों पूर्व बनी शेर विद्यापीठ पंपिग पेयजल योजना से अब पूरी रफ्तार में पानी दौड़ेगा। बूढ़ी हो चुकी योजना से ताड़ीखेत ब्लॉक के पोखरी, ज्याडी, स्यू, मलौना, खुशालकोट, कनार, पातली, बेलसारी, रिकौसा, खान, डूंगरा, कोटखुशाल, जाख, पजीना समेत बीस गांवों के सैकड़ों परिवारों को समुचित पेयजल उपलब्ध नहीं हो पा रहा था। आए दिन पेयजल आपूर्ति प्रभावित रहने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता। मजबूरी में लोग दूर दराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोतों को रुख करते। पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों की मांग पर योजना को दुरुस्त किए जाने की मांग पर जल जीवन मिशन योजना से शेर विद्यापीठ योजना को दुरुस्त करने के लिए जल संस्थान ने लगभग तीन करोड़ रुपये के बजट से कार्य शुरु किया। चार स्टेज में आठ पंप बदल डाले गए जबकि लो वोल्टेज की समस्या से निजात पाने को नया ट्रांसफार्मर भी स्थापित कर दिया गया। बीते दिनों भुजान में लगे बहुउद्देशीय शिविर में खुशालकोट के गजेंद्र सिंह नेगी व ग्रामीणों ने जल्द जलापूर्ति शुरु करने का मामला भी उठाया। लंबे समय तक चले कार्य के बाद अब आखिरकार योजना का कार्य पूरा कर जलापूर्ति को ट्रायल शुरु कर दिया गया है। जल संस्थान के सहायक अभियंता शेखर रौतेला के अनुसार ट्रायल पूरा होने के बाद अब सभी गांवों में रोजाना पेयजल आपूर्ति शुरु की जाएगी। पहले एक दिन छोड़कर पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था थी।