🔳 कई चरणों में होगा पहाड़ी से खतरा टालने का कार्य
🔳 पहाड़ी पर पानी की निकासी को भी अपनाई जाएगी विशेष तकनीक
🔳 खतरा टलने के बाद लाइफ लाइन पर हो सकेगी सुगम आवाजाही
🔳 13 करोड़ रुपये के बजट से हाईवे की बुनियाद में भी गतिमान है सुरक्षात्मक कार्य
🔳 युद्धस्तर पर कार्य पूरे कराने को एनएच प्रशासन ने कसी कमर
[[[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]
कुमाऊं की महत्वपूर्ण लाइफ लाइन पर क्वारब क्षेत्र में मंडरा रहे खतरे को टालने के लिए खस्ताहाल पहाड़ी के उपचार को मिले भारी भरकम बजट से किए जाने वाले कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। उम्मीद है अब जल्द ही पहाड़ी पर सुरक्षात्मक कार्य शुरु हो सकेंगे। एनएच के अवर अभियंता जगदीश पपनै के अनुसार कार्य पूरा होने के बाद निश्चित रुप से खतरा टल जाएगा और आवाजाही सुगम हो सकेगी।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में पहाड़ी के खतरनाक स्वरुप में आ जाने के बाद से ही खतरा बरकरार है। लंबे समय से पहाड़ी पर लगातार भूस्खलन होने से यात्री व पर्यटक जान हथेली पर रख आवाजाही को मजबूर हैं। लगातार बिगड़ रही स्थित को देख एनएच प्रशासन ने टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कारपोरेशन (टीएचडीसी) के विशेषज्ञों से कई चरणों में पहाड़ी का सर्वे करवाकर बजट के लिए प्रस्ताव उच्चाधिकारियों को भेजा। कुमाऊं के कई जनपदों को जोड़ने वाले हाईवे की महत्वत्ता को देख सुरक्षात्मक कार्य के लिए दो चरणों में बजट स्वीकृत किया गया। पहले चरण में मिले करीब 13 करोड़ रुपये के बजट से एनएच प्रशासन ने हाईवे की बुनियाद की ओर युद्धस्तर पर कार्य शुरु करा दिया। दूसरे चरण में मिले करीब 39 करोड़ रुपये के बजट से किए जाने वाले कार्यों के लिए भी अब एनएच प्रशासन ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करा ली है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार दूसरे चरण में खस्ताहाल पहाड़ी से धंसाव वाले हिस्से को हटवाया जाएगा। धंसाव खत्म करने के बाद पहाड़ी पर बैंचिग व एंकरिंग की जाएगी ताकी भूस्खलन की स्थिति को खत्म किया जा सके। पहाड़ी को नुकसान पहुंचा रहे पानी की निकासी को भी विशेष कार्य किए जाएंगे। एनएच के अवर अभियंता जगदीश पपनै के अनुसार टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद अब जल्द ही सुरक्षात्मक कार्य शुरु करवाकर खतरा टाला जाएगा। हाईवे की बुनियाद में किए जा रहे कार्यों में तेजी लाने को कार्यदाई संस्था को निर्देशित किया गया है।