🔳 गांव को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर शहीद द्वार निर्माण करना भी भूले जिम्मेदार
🔳 पुण्य तिथि पर याद किए गए बलिदानी संजय
🔳 शहीद के जयकारों से गुंजायमान हुआ समूचा क्षेत्र
🔳 जीआइसी का नाम जल्द शहीद के नाम पर करने की उठी मांग
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
मां भारती की आन, बान, शान को सर्वोच्च न्यौछावर कर देने वाले जांबाज शहीद की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दे याद किया गया। कैंची क्षेत्र में हुए कार्यक्रम में बलिदानी सपूत के जयकारों से समूचा क्षेत्र गुंजायमान हो उठा। क्षेत्रवासियों ने शहीद द्वारा का निर्माण किए जाने व जीआइसी रातीघाट का नाम बलिदानी सपूत के नाम पर रखे जाने की मांग उठाई।
जम्मू के राजौरी सेक्टर में चले विशेष आपरेशन में आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों का सामना कर उन्हें मार गिराने व भारत माता की रक्षा को अपना सर्वोच्च न्यौछावर कर देने वाले रातीघाट निवासी संजय सिंह बिष्ट की पहली पुण्य तिथि पर शुक्रवार को कैंची क्षेत्र में कार्यक्रम हुआ। संजय के भाई नीरज बिष्ट, नरेंद्र सिंह व आसपास के तमाम गांवों से पहुंचे ग्रामीणों ने संजय के पराक्रम को याद किया। भाई नीरज ने कहा की संजय के मन में पहले से देश सेवा का जज्बा था। गांवों से पहुंचे लोगों ने कहा की बलिदानी संजय देश के लिए कुर्बान होकर अमर हो गए है। क्षेत्रवासियों ने एक वर्ष का लंबा समय बीतने के बावजूद जीआइसी रातीघाट का नाम शहीद के नाम पर नहीं रखा जा सका है और न ही गांव को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर शहीद द्वारा बनाया गया है। प्रेम सिंह मेहरा, तारा सिंह बिष्ट, गोधन सिंह, देवराज सिंह रौतेला, कमल सिंह रौतेला, देवेंद्र सिंह भंडारी, नरेंद्र यादव, नीरज पांडे, अजय रौतेला, मुकेश तिवारी, नंदन सिंह बिष्ट ने जल्द जीआइसी का नाम शहीद के नाम पर रखने की मांग उठाई है। जिला शिक्षा अधिकारी एचबी चंद के अनुसार निदेशालय को प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही विद्यालय का नाम शहीद के नाम से कर दिया जाएगा।