🔳 शरीर पर गहरे जख्मों के निशान, हालत नाज़ुक
🔳 मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों व वन विभाग की टीम ने किया उपचार
🔳 जंगली जानवर के हाइवे पर गिरने से थमी वाहनों की रफ्तार
🔳 प्राथमिक उपचार के बाद वन विभाग की टीम घायल घुरड़ को लेकर हुई नैनीताल रवाना
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]

गुलदार के हमले से बचकर भाग रहा घुरड़ (जंगली हिरन) असंतुलित होकर थुआ की पहाड़ी से असंतुलित होकर अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर आ गिरा। गनीमत रही की घुरड़ किसी वाहन के चपेट में नही आया। जंगली जानवर के गिरने से हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों व व्यापारियों ने गंभीर रुप से घायल घुरड़ को हाइवे से किनारे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। वनकर्मी की मदद से उसे उपचार के लिए नैनीताल भेज दिया गया।
सोमवार को हाइवे पर स्थित रामगाढ़ क्षेत्र में थुआ की पहाड़ी पर गुलदार के हमले में घायल घुरड़ गुलदार के चंगुल से छुटकर भागते समय एकाएक असंतुलित होकर चट्टान से हाइवे पर आ गिरा। घायल घुरड़ के हाइवे पर गिरने से अफरा तफरी मच गई। वाहन चालकों ने भी समय रहते वाहन रोक लिए। वाहनों के रुकने से जाम भी लगता चला गया। व्यापारी रघुराज सिंह बर्गली व होमगार्ड जवान तारा सिंह मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों की मदद से घायल घुरड़ को हाइवे से किनारे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया तब जाकर हाइवे पर यातायात सुचारु हुआ। वन विभाग को भी सूचना दी गई। रातीघाट से भाजपा नेता नीरज बिष्ट, मन्नू रौतेला भी मौके पर पहुंच गए। सूचना पर वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। घुरड़ के शरीर पर गुलदार के हमले के गहरे निशान होने पर उसका प्राथमिक उपचार किया गया। बाद में वन विभाग की टीम गंभीर रुप से घायल जंगली जानवर को लेकर नैनीताल को रवाना हो गई।