🔳कम तापमान में किया गया पेंचवर्क किया रिजेक्ट
🔳पूरा हिस्सा हटाकर दोबारा कार्य करने के निर्देश
🔳हाइवे पर भोर्या बैंड क्षेत्र में दो दिन में ही उखड़ गई परतें
🔳गुणवताविही पेंचवर्क किए जाने से अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल
🔳व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों ने लापरवाही पर जताई नाराजगी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

कुमाऊं की लाइफ लाइन अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर गुणवत्ताविहीन पेंचवर्क किए जाने का मामला जोरशोर से उठने के बाद अब एनएच विभाग के अधिशासी अभियंता ने सख्त रुख अपना लिया है। अधिशासी अभियंता ने भोर्याबैड क्षेत्र में किया गया पेंचवर्क रिजेक्ट कर दिया है। दोबारा गुणवत्ता के साथ पेंचवर्क के निर्देश दिए हैं। अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार गुणवत्ताविहीन कार्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

हाइवे पर करोड़ों रुपये की लागत से मरम्मत का कार्य गतिमान है। उम्मीद थी की महत्वपूर्ण हाइवे के हालातों में सुधार हो सकेगा पर गुणवत्ता के अभाव व एनएच अधिकारियों की अनदेखी से कुमाऊं की लाइफ लाइन के दुरुस्त होने की उम्मीद शुरुआत में ही धराशाई होने लगी है। अतिसंवेदनशील भोर्या बैंड़ क्षेत्र में दो दिन में ही पेंचवर्क की परतें उखड़ने से गुणवत्ता की कलई खुल गई है। व्यापारियों व विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों के मामला जोर शोर से उठाने व घटिया पेंचवर्क किए जाने पर रोष जताने के बाद अब एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार ने भी सख्त रुख अपना लिया है। अधिशासी ने भोर्या बैंड़ क्षेत्र में किया गया पेंचवर्क रिजेक्ट कर दिया है। कार्यदाई कंपनी को दोबारा पेंचवर्क करने के निर्देश भी दिए गए हैं। अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार नियमानुसार पेंचवर्क करते समय डामर का तापमान करीब 120 डिग्री होना चाहिए जबकि संभवत 90 डिग्री तापमान में ही मैटीरियल बिछा दिया गया। साफ कहा की ठेकेदार को पूरा पेंचवर्क हटाकर दोबारा मानकनुसार तापमान में गुणवत्ता युक्त कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं। चेताया है की घटिया कार्य कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। व्यापारी नेता विरेन्द्र सिंह बिष्ट, गजेन्द्र सिंह नेगी, मनोज सिंह बिष्ट, पंकज नेगी, विक्रम सिंह बिष्ट ने आरोप लगाया की जिम्मेदार अधिकारियों की निगरानी में कार्य करवाया जाना चाहिए ताकी एक बार में ही गुणवत्तायुक्त कार्य हो सके। बार बार कार्य किए जाने से आवाजाही प्रभावित होने के साथ ही पर्यटकों व यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।