🔳 डेढ़ किमी दूर से पानी ढोने को मजबूर हुए ग्रामीण
🔳 जल संस्थान के अधिकारियों पर फोन न उठाने का आरोप
🔳 टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने की उठी मांग
🔳 ग्रामीणों ने अनदेखी पर दी आंदोलन की चेतावनी
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]]]
बेतालघाट व ताड़ीखेत ब्लॉक के गांवों में पेयजल संकट बड़ी समस्या बन चुका है। गांवों के बाशिंदे दूर दराज स्थित प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढोने को मजबूर हैं। समीपवर्ती टूनाकोट गांव में भी पिछले पांच दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप होने से गांव में बूंद बूंद पानी को हाहाकार मचा हुआ है।
समीपवर्ती टूनाकोट गांव में पांच दिनों से पेयजल आपूर्ति ठप होने से गांव के सैकड़ों परिवार परेशान हैं। गांव के बाशिंदों को डेढ़ किमी दूर स्थित पेयजल स्रोत से सिर पर पानी ढोकर घर तक पहुंचाना मजबूरी बन चुका है। बुजुर्ग, महिलाएं व बच्चें तक सुबह शाम पानी ढो रहे हैं। स्थानीय सुनील मेहरा के अनुसार गांव के लोग परेशान है दूसरी ओर विभागीय अधिकारी फोन तक उठाना मुनासिब नहीं समझ रहे। अधिकारियों से बात करने के लिए भी घंटों मशक्कत करनी पड़ रही है। पेयजल संकट गहराने से लोगों में गहरा रोष भी व्याप्त है। ग्रामीणों ने जल संस्थान पर क्षेत्र की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी लगाया है। विभागीय अधिकारियों से पेयजल व्यवस्था दुरुस्त होने तक टैंकर के जरिए पानी उपलब्ध कराने की मांग उठाई है। गांव के सुंदर सिंह, देवेंद्र सिंह, पूरन सिंह, बचे सिंह, हीरा सिंह, नवीन सिंह, नारायण सिंह, धन सिंह, आनंद सिंह, नंदन सिंह, विक्रम सिंह, पान सिंह आदि ने जल्द व्यवस्था में सुधार किए जाने की मांग उठाई है। अनदेखी पर आंदोलन की चेतावनी दी है।