🔳सप्ताह भर से गांव में नलों से नहीं टपकी पानी की बूंद
🔳हलक तर करने को ग्रामीण दूर दराज रुख करने को हुए मजबूर
🔳पचास से भी ज्यादा परिवारों के लिए खड़ी हुई मुसीबत
🔳ग्रामीणों ने टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की उठाई मांग

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के जजूला गांव में पेयजल संकट गहराने से पचास से ज्यादा परिवार बूंद बूंद पानी के लिए तरस गए हैं। मजबूरी में दूर दराज से पानी ढोना मजबूरी बन चुका है। ग्रामीणों के अनुसार पेयजल स्रोत सूखने से पानी की आपूर्ति ठप हो चुकी है। ग्रामीणों ने टैंकरों के जरिए गांव में पानी को आपूर्ति किए जाने की मांग उठाई है।

लंबे समय से बारिश न होने से गांव सूखे की चपेट में हैं। गांवों के बाशिंदों की प्यास बुझाने वाले प्राकृतिक जल स्रोत सूखने के कगार पर पहुंच चुके हैं ऐसे में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। ब्लॉक के जजूला गांव के पचास से ज्यादा परिवार समीपवर्ती धूरापातल जल स्रोत पर निर्भर है पर पिछले एक सप्ताह से गांव में पानी का अकाल पड़ गया है। प्राकृतिक जल स्रोत के सूखने से गांव में नलों से पानी की बूंद तक नहीं टपक रही। परेशान गांव के बाशिंदे दूर दराज से पानी की व्यवस्था में जुटे हुए हैं। पेयजल संकट गहराने से पशुपालक भी मवेशियों को लेकर दूर दराज जाकर उनके हलक तर कर रहे हैं। महिलाएं, बच्चे व बुजुर्ग तपती दोपहरी में भी सिर पर बर्तन रख पानी ढो रहे है‌। लगातार परेशानी बढ़ने के बावजूद सुध न लिए जाने से ग्रामीणों में गहरी नाराजगी भी है‌। स्थानीय भुवन चंद्र फुलारा, हीरा बल्लभ, त्रिभुवन, गुड्डू, पंकज फुलारा, कमल, राजेंद्र फुलारा आदि ग्रामीणों ने जल संस्थान से टैंकरों के माध्यम से गांव में पेयजल आपूर्ति किए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है की अनदेखी कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जल्द आपूर्ति शुरु नहीं करवाई गई तो आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।