🔳 हाईवे पर निर्माण कार्यों में भरान को मलबे की जरुरत पर पहाड़ी को पहुंचाया नुकसान
🔳 बुनियाद पर खदान से भूस्खलन का खतरा हुआ दोगुना
🔳 मनमानी किए जाने पर क्षेत्रवासियों ने जताई नाराजगी
🔳 सहायक अभियंता बोले – लगा दी गई है रोक
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे जिस खतरनाक पहाड़ी के उपचार को केंद्रीय सड़क व भूतल मंत्रालय भारत सरकार ने 39 करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट स्वीकृत किया है उसी पहाड़ी की बुनियाद को लोडर मशीन से नुकसान पहुंचाया जा रहा है। अतिसंवेदनशील पहाड़ी की बुनियाद पर खदान किए जाने से पहाड़ी के खतरनाक रुख अपना लेने का खतरा भी बढ़ गया है। क्षेत्रवासियों ने पहाड़ी को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग उठाई है।
हाईवे पर छड़ा बाजार से कुछ दूर अतिसंवेदनशील लोहाली की पहाड़ी जर्जर हालत में है। पहाड़ी से पत्थर गिरने से पूर्व में दर्जनभर से अधिक लोगों की मौत भी हो चुकी है। हल्की बारिश में ही पहाड़ी से भूस्खलन शुरु हो जाता है। पहाड़ी के उपचार को सड़क व भूतल मंत्रालय ने 39 करोड़ रुपये का भारी-भरकम बजट स्वीकृत किया है पर हाईवे पर इन दिनों भोर्यो बैंड क्षेत्र में किए जा रहे निर्माण कार्यों में भरान के लिए मलबे की जरुरत पूरी करने को लोहाली की पहाड़ी को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। सोमवार को भारी-भरकम लोडर मशीन से पहाड़ी की बुनियाद पर खदान कर डाला गया। खस्ताहालत में पहुंच चुकी पहाड़ी की बुनियाद पर मशीन से खदान होने पर लोगों ने गहरा रोष जताया है। आवाजाही करने वाले वाहन चालकों के अनुसार पहाड़ी पर खदान होने से भूस्खलन का खतरा बढ़ जाएगा। कभी भी बड़ी घटना भी सामने आ सकती है बावजूद मुनाफे के फेर में पहाड़ी को नुकसान पहुंचाकर जनहित से खिलवाड़ किया जा रहा है। एनएच के सहायक अभियंता जीके पांडे के अनुसार खदान पर रोक लगा दी गई है यदि मनमानी की गई तो फिर कार्रवाई की जाएगी।