🔳भाजपा कार्यकर्ताओं ने काले झंडों के साथ की नारेबाजी
🔳राजनैतिक महत्वाकांक्षा पूरा करने को आपातकाल लगाने का लगाया आरोप
🔳काले दिवस के रुप में मनाकर जताया रोष

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

भाजपा कार्यकर्ताओं ने 25 जून वर्ष 1975 को देश में आपातकाल लगाए जाने के विरोध में काला दिवस मनाया। मंडल कार्यालय गरमपानी में काले झंडों के साथ कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी कर देश में आपातकाल लगाए जाने को लोकतंत्र की हत्या करार दिया।
मंगलवार को मंडल कार्यालय में भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर रोष जताया। वक्ताओं ने कहा की लोकतंत्र के इतिहास में आपातकाल एक काला अध्याय है।

तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा को पूरा करने के लिए आपातकाल का उपयोग किया। आपातकाल के विरोध करने पर विपक्ष को कुचलने का प्रयास किया गया। सरकारी मशीनरी का खुलकर दुरुपयोग कर संविधान का अपमान किया गया। भाजपा मंडल अध्यक्ष सोबन सिंह ने कहा कि 25 जून 1975 की आधी रात को आपातकाल लागू किया गया था जो 21 मार्च 1977 तक लागू रहा। आपातकाल के दौरान नागरिकों के मौलिक अधिकार तक खत्म कर दिए गए‌ कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश व समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रहे है। कांग्रेस पार्टी केंद्र व राज्य सरकार के फैसलों को जनविरोधी करार दे रही है पर कांग्रेस को अपने पूर्व के इतिहास को याद रखना चाहिए। इस दौरान महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष निर्मला जीना, योगेश ढौंडियाल, दीवान सिंह जलाल, देवेंद्र सिंह बिष्ट, रमेश सुयाल, रेखा बिष्ट, कमला देवी, सुरेश चंद्र आर्या, भावेश कुमार आदि मौजूद रहे।