🔳 दो सप्ताह बाद खुला हाईवे बावजूद हालात विकट
🔳 हर सेकेंड पहाड़ी से गिर रहा मलबा व पत्थर
🔳 पहाड़ी पर झूल रहे बोल्डर भी कर रहे बड़ी अनहोनी की ओर इशारा
🔳 जान जोखिम में डाल आवाजाही बनी मजबूरी
🔳 प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल ने उठाए एनएच की कार्यप्रणाली पर सवाल
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद की सीमा पर दो सप्ताह बाद आवाजाही तो सुचारु कर दी गई है पर मौके के हालात बड़ी घटना की ओर इशारा कर रहे हैं। हर सेकेंड पहाड़ी से गिरे रहे पत्थर व मलबा जिंदगी और मौत के फासले को कम कर रहे हैं। पहाड़ी पर झूल रहे बोल्डर बड़ी घटना की ओर इशारा कर रहे। आवाजाही कर रहे यात्री व वाहन चालक भगवान भरोसा क्वारब क्षेत्र को पार करने को मजबूर हैं। लंबा समय बीतने के बावजूद ठोस उपाय न किए जाने से एनएच प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहें हैं।
मंगलवार को हाईवे पर एक बार फिर वाहनों ने रफ्तार पकड़ी। दो सप्ताह पहले क्वारब क्षेत्र में हाईवे के ध्वस्त हो जाने से आवाजाही ठप थी। एनएच प्रशासन ने खतरनाक रुप ले चुकी पहाड़ी पर पोकलैंड व लोडर मशीन से बैचिग कटिंग कर अस्थाई हाईवे तैयार तो कर लिया पर स्थित अब भी बेहद ख़तरनाक बनी हुई है। पल पल पहाड़ी से लगातार पत्थर व मलबा गिरने से जोखिम बना हुआ है। जान जोखिम में डाल पहाड़ी के नीचे डूयूटी दे रहे होमगार्ड के जवान भूस्खलन होने पर वाहनों को रुकने का इशारा कर रहे हैं। कुछ वाहन चालक जल्दी निकलने के फेर में गिरते पत्थरों के बीच से भी वाहन दौड़ा दे रहे हैं ऐसे में हादसे का खतरा बढ़ जा रहा है। लगातार दरक रही पहाड़ी पर काफि बड़े बड़े पत्थर झूल रहे हैं जिससे अनहोनी का अंदेशा है बावजूद वाहन चालक व यात्री आवाजाही को मजबूर हैं। हाईवे खुलने के बाद मंगलवार को भी दिनभर में कई बार पहाड़ी पर हुए भूस्खलन से पत्थर व मलबा हाईवे पर गिरा। लंबे समय से परेशानी का सबब बन चुके क्वारब क्षेत्र में हालातों में सुधार न होने पर प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल से जुड़े पदाधिकारियों व सदस्यों ने नाराजगी जताई है। संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, गजेंद्र सिंह, राकेश जलाल, संजय सिंह, मनोज बिष्ट ने एनएच प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। लंबा समय बीतने के बावजूद सुरक्षित आवाजाही के ठोस उपाय नहीं किए जा सके है। लोगों के लिए जान जोखिम में डाल आवाजाही मजबूरी बन चुकी है। एनएच के अधिशासी अभियंता महेंद्र कुमार के अनुसार पहाड़ी पर झूल रहे पत्थर हटवा दिए गए हैं। जंगली जानवरों के पहाड़ी पर आवाजाही से कई बार मलबा व पत्थर हाईवे पर गिर रहे हैं। मौके पर मशीनें मुस्तैद रखी गई है ताकि यातायात सुचारु रहे।