🔳पवित्र शिप्रा व जीवनदायिनी कोसी में मछलियों के शिकार पर व्यापारियों व पंचायत प्रतिनिधियों का चढ़ा पारा
🔳अराजक तत्वों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की उठाई मांग
🔳बाहरी राज्यों के श्रमिकों पर भी मछलियों का शिकार कर बाजार में बिक्री का आरोप
🔳संरक्षित प्रजाति की मछलियों का समूल नष्ट होने का जताया अंदेशा
🔳कार्रवाई न किए जाने पर आंदोलन की रुपरेखा तैयार करने की चेतावनी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

पवित्र शिप्रा व जीवनदायिनी कोसी नदी क्षेत्र में जहरीले रसायनिक पदार्थो व प्रतिबंधित गंधक पोटाश से संरक्षित प्रजाति की मछलियों के बढ़ते शिकार से पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों का पारा चढ़ गया है। अराजक तत्वों के खिलाफ मोर्चा खोल कार्रवाई की मांग उठाई है‌। चेतावनी दी है की यदि दोनों नदियों में अवैध शिकार पर अंकुश नहीं लगाया गया तो फिर आंदोलन की तैयार की जाएगी। अराजक तत्वों को प्रतिबंधित सामग्री उपलब्ध कराने वालों पर भी कार्रवाई की मांग उठाई है।

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे के समीप बहने वाली जीवनदायिनी कोसी व शिप्रा नदी क्षेत्र में लंबे समय से प्रतिबंधित रसायनिक पदार्थो व गंधक पोटाश का इस्तेमाल कर मछलियों का शिकार किया जा रहा है। आए दिन अराजक तत्व नदियों में जगह जगह धमाका कर दे रहे हैं। कुछ जगह जहरीले रसायनिक पदार्थ नदी में डाल मछलियों को मौत के घाट उतारा जा रहा है। भारी मात्रा में जहरीले रसायनिक पदार्थो के इस्तेमाल से नदी में पाई जाने वाली महाशीर व रोहू मछली के अस्तित्व पर संकट गहरा गया है। बड़ी मछलियों के साथ ही छोटी छोटी मछलियों तक मारी जा रही है। अराजक तत्वों के कारनामों से अब बेतालघाट ब्लॉक के पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया है। ग्राम प्रधान घिरौली हरीश चंद्र ने मछलियों के शिकार पर रोष जताया है‌। आरोप लगाया की बाहरी राज्यों के श्रमिक भी कोसी नदी में मछलियों के शिकार पर आमादा हो चुके हैं। मछलियों का शिकार कर बाजार में बिक्री तक की जा रही है। व्यापारी नेता गोधन सिंह, महेंद्र सिंह, पंकज नेगी, पंकज भट्ट ने जहरीले रसायनिक पदार्थो व गंधक पोटाश का इस्तेमाल कर मछलियों को मार डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने तथा प्रतिबंधित जहरीले पदार्थ व गंधक पोटाश अराजक तत्वों को उपलब्ध कराने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई पर जोर दिया है।