🔳 एनएच के अधिशासी अभियंता ने अपनाया सख्त रुख
🔳 कार्यदाई कंपनी को नोटिस भेज टर्मिनेट करने की दी चेतावनी
🔳 हाईवे पर अधूरे छोड़े गए कार्यों से लगातार बढ़ रहा खतरा
🔳 जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर हैं यात्री व पर्यटक
[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर 32 करोड़ रुपये से भी अधिक के बजट से किए गए कार्यों को अधूरा छोड़ने से अब एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार ने सख्त रुख अपना लिया है। कार्यदाई कंपनी को नोटिस भेज जल्द कार्य पूरे न करने पर टर्मिनेट किए जाने की चेतावनी दे दी है। हाईवे पर जगह जगह कार्य अधूरे छोड़े जाने से आवाजाही करने वाले यात्रियों व पर्यटकों को कई परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। अधिशासी अभियंता के अनुसार जल्द कार्य नहीं निपटाए गए तो कार्यदाई संस्था से अनुबंध समाप्त कर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाएगी।
आपदा से हाईवे को हुए नुकसान की भरपाई को केंद्रीय सड़क व भूतल मंत्रालय ने एनएच विभाग को 32 करोड़ रुपये से भी अधिक का बजट उपलब्ध कराया। टेंडर प्रक्रिया पूरी किए जाने के बाद हाईवे पर डामरीकरण, सुरक्षात्मक कार्य व मरम्मत का जिम्मा दिल्ली की कंपनी को सौपा गया। शुरुआती चरण में ही बारिश के बीच डामरीकरण किए जाने पर कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए। लापरवाही का आलम यह रहा की कंपनी कार्य समाप्त करने की तय तिथि तक भी कार्य पूरा नहीं कर सकी। पिछले दो महीने से भी अधिक समय से हाईवे पर जगह जगह कार्य अधूरे पड़े हैं। कई जगह किया गया डामरीकरण तक दम तोड़ गया है। हाईवे पर सुरक्षा दीवारों व कलमठ निर्माण का कार्य अधूरा छोड़े जाने से आवाजाही कर रहे यात्री व पर्यटकों की जिंदगी पर भी खतरा बढ़ता ही जा रहा है जबकि जाम भी एक बड़ी समस्या बन गया है। पर्यटक सीजन नजदीक होने के बावजूद हाईवे की स्थिति बदहाल बनी हुई है। कार्यो को अधूरा छोड़ने से अब एनएच प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। कंपनी को चेतावनी नोटिस भेजा गया है। अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कंपनी को नोटिस भेज दिया गया है जल्द कार्य पूरे नहीं किए गए तो फिर अनुबंध समाप्त करने की कार्रवाई शुरु कर दी जाएगी साथ ही कंपनी पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।