🔳 जीआइसी व जूनियर हाईस्कूल नौगांव पर मंडराया खतरा
🔳 बीते महीने की बारिश में ध्वस्त हो चुकी है सुरक्षा दीवार
🔳 अब तीन दिन की बारिश से दो प्रयोगशालाएं खतरे की जद में
🔳 प्रधानाचार्य ने उच्चाधिकारियों को दी बढ़ते खतरे की जानकारी
🔳 अभिभावकों ने भी सुरक्षा के ठोस इंतजार किए जाने की उठाई मांग

[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे राजकीय इंटर कॉलेज व जूनियर हाईस्कूल नौगांव के नौनिहाल की जिंदगी पर जोखिम बढ़ गया है। पूर्व में भूस्खलन की जद में आई सुरक्षा दीवार के ध्वस्त होने के बाद अब तीन दिनों तक हुई बारिश में विद्यालय की विज्ञान व कंप्यूटर प्रयोगशाला पर भी खतरा मंडरा गया है। विद्यालय परिसर में स्थित तीन पेड़ भी गिरताऊ हालत में पहुंच गए हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर लगातार बढ़ रहे खतरे की सूचना भी दे दी है।

काकड़ीघाट क्षेत्र में हाइवे से सटे कोसी नदी पार राजकीय इंटर कॉलेज व जूनियर हाईस्कूल नौगांव में आसपास के गांवों के नौनिहाल अध्ययनरत हैं। जीआइसी में 65 जिसकी जूनियर हाईस्कूल में 25 बच्चें शिक्षा लेने पहुंचते हैं। बीते महीने हुई बारिश से विद्यालय पहुंचने का रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया तथा विद्यालय की सुरक्षा दीवार के नीचे भूस्खलन होने से दीवार भी खोखली हो गई। अब पिछले तीन दिन तक लगातार हुई बारिश से हालात और ज्यादा बिगड़ गए हैं। लगातार खतरा बढ़ता ही जा रहा है। दोनों ही विद्यालय के 90 विद्यार्थी जान जोखिम में डाल आवाजाही को मजबूर हो चुके हैं। विद्यालय में तैनात शिक्षक व कर्मचारी भी परेशानी का सामना कर विद्यालय पहुंच रहे हैं। सुरक्षा दीवार के नजदीक भूस्खलन से जोखिम लगातार बढ़ता ही जा रहा है जिससे कभी भी बड़ी घटना सामने आने का अंदेशा बना हुआ है। विद्यालय परिसर में स्थित दो प्रयोगशाला खतरे की जद में आ गई है जबकि तीन हरे पेड़ कभी भी धराशाई हो सकते हैं। स्थानीय लोगों व अभिभावकों ने नौनिहालों व शिक्षकों की जिंदगी पर मंडरा रहे खतरे को टालने के लिए ठोस उपाय किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। प्रधानाचार्य संतोष कुमार बुधलाकोटी के अनुसार सुरक्षा दीवार के ध्वस्त होने से दो प्रयोगशालाएं खतरे की जद में आ गई है। मुख्य रास्ते भी क्षतिग्रस्त है। मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है।