🔳 विशेष मंत्रोच्चार के साथ क्षेत्र की सुख, शांति व समृद्धि को हुई प्रार्थना
🔳 हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद लगा भंडारा
🔳 आसपास के गांवों से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ग्रहण किया प्रसाद
🔳 भजन मंडली की शानदार प्रस्तुति पर थिरकते रहे श्रद्धालु
🔳 हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद हुआ कथा का पारायण
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]

बेतालघाट स्थित दुर्गापुरी धाम में धार्मिक अनुष्ठान से माहौल भक्तिमय बना हुआ है। विधी विधान से हुई पूजा अर्चना के बाद कथा व्यास ने श्रीमद् भागवत कथा पाठ किया। दोपहर में विशेष मंत्रोच्चार के साथ हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद भंडारा लगा। भजन मंडली की शानदार प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया।
मंगलवार को दुर्गापुरी मंदिर परिसर में धर्माचार्यों ने विधी विधान से यजमानों से धार्मिक अनुष्ठान पूरे कराए। क्षेत्र की सुख, शांति व समृद्धि को प्रार्थना की गई। संत रविशंकर की देखरेख में हुए कार्यक्रम में कथा व्यास आचार्य सतीश लोहनी ने ईश्वर की लीलाओं का गुणगान किया। बताया की सच्चे मन से भगवान का स्मरण करने से सभी कष्टों का निवारण हो जाता है। श्रद्धालुओं से धर्म के कार्यों में बढ़-चढ़कर भागीदारी का आह्वान किया। भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से समूची कोसी घाटी गुंजायमान हो उठी। हवन, पूर्णाहुति व महाआरती के बाद भंडारा लगा। आसपास के रोपा, सेठी, अमेल, चापड़, तिवाड़ी गांव, अमेल, रतौडा, नैनीचैक, घोड़ियां हल्सों समेत आसपास के तमाम गांवों से पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। देर शाम तक भजन कीर्तन का दौर जारी रहा। कार्यक्रम में पहुंची भजन मंडली ने शानदार भजनों की प्रस्तुति दे माहौल भक्तिमय कर दिया। जन्माष्टमी महोत्सव पर भी विभिन्न कार्यक्रम हुए। नन्हे-मुन्ने बच्चों ने राधा कृष्ण की वेशभूषा में सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।आयोजन समिति के सदस्य दिनभर व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।