◾ पुल निर्माण में इस्तेमाल होने वाली भूमि पर वन विभाग ने जताया हक
◾ 12 करोड़ रुपये से अलग अलग क्षेत्रों में बनाई जानी है चार पुल
◾ वन विभाग की आपत्ति से थमी निर्माण की प्रगति

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर करोड़ो रुपये की लागत से प्रस्तावित चार सेतुओं पर फिलहाल ब्रेक लग गया है। वन विभाग ने पुल निर्माण के इस्तेमाल भूमि पर अपना हक जताया है। बजट स्वीकृति व सोयल टेस्टिंग के बाद एकाएक प्रगति थमने से एनएच के अधिकारी भी सख्ते में आ गए हैं। एनएच के सहायक अभियंता जीके पांडे के अनुसार प्रशासन की मदद से संयुक्त निरीक्षण कर दोबारा प्रपत्र तैयार कर रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी। उम्मीद जताई है की विवाद निपटा जल्द पुलों के निर्माण का कार्य शुरु करवाया जाएगा।
महत्वपूर्ण अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर खस्ताहाल हो चुके रामगाढ़, दोपांखी, गेठिया तथा खूपी क्षेत्र में नए पुलो के निर्माण को लगभग 12 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई। विभागीय कार्य पूरे होने के बाद सोनीपत की कंपनी ने जीटी – 5 मशीन के जरिए पुल निर्माण के स्थानों पर मजबूत चट्टान की तलाश कर नमूने जांच को दिल्ली स्थित प्रयोगशाला भेज दिया। उम्मीद थी की ने पुलो के निर्माण से आवाजाही सुगम होगी तथा हाईवे पर लगने वाले जाम से भी निजात मिलेगी।पुल निर्माण को अभी गति मिल ही रही थी एकाएक वन विभाग ने निर्माण कार्यों पर आपत्ति लगा निर्माणाधीन स्थल पर प्रयोग होने वाली भूमि को वन भूमि करार दे दिया। एकाएक आपत्ति लगने से एनएच के अफसर भी सख्ते में आ गए हैं। रामगाढ़ क्षेत्र में 36 मीटर स्पान का सेतू तैयार किया जाना है जबकि अन्य स्थानों पर 9, 15 तथा 13 मीटर स्पान लंबाई के पुल प्रस्तावित है पर वन विभाग की आपत्ति के बाद अभी सभी चारों पुलो की प्रगति थम गई है। एनएच के सहायक अभियंता जीके पांडे के अनुसार वन विभाग की आपत्ति के बाद अब प्रशासन की मदद से संयुक्त निरीक्षण कर दोबारा प्रपत्र तैयार किए जाएंगे। दावा किया है की जल्द विवाद का निपटारा कर कार्य शुरु करवाया जाएगा।