🔳 पूर्व में कई लोग नहाने के दौरान डूबकर गंवा चुके हैं जान
🔳 छोटे छोटे बच्चों को लेकर नदी के बीचोंबीच पहुंच रहे पर्यटक
🔳 न गहराई की है जानकारी न भंवर का है अंदाज
🔳 क्षेत्रवासियों ने फिर दोहराई खतरे वाले स्थानों पर आवाजाही प्रतिबंधित करने की मांग
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]
एक के बाद एक डूबने से हुई मौतों के मामले सामने आने के बावजूद अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर आवाजाही करने वाले पर्यटक कोसी नदी में नहाने का मोह नहीं छोड़ रहे। गहराई व भंवर का रत्ती भर अंदाज न होने के बाद भी पर्यटक छोटे छोटे बच्चों को लेकर नदी के बीचोंबीच तक पहुंच जा रहे हैं। ऐसे में बड़ी घटना के सामने आने का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
शनिवार को ढोकाने वाटर फाल में सत्रह वर्षीय किशोर व बीते माह काकड़ीघाट क्षेत्र में दो बच्चों की डूबने से हुई मौत के बावजूद अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे के नजदीक बहने वाली कोसी नदी में नहाने वालों का तांता लग रहा है। कोसी नदी में भी अलग अलग स्थानों पर पूर्व में कई लोग भंवर व गहराई का सही अंदाजा न होने से नहाने के दौरान डूबकर जान गंवा चुके हैं। नावली क्षेत्र में सबसे अधिक घटनाओं के सामने आने के बाद भी इन दिनों पर्यटक छोटे छोटे बच्चों को लेकर नदी के बीचोंबीच तक पहुंच जा रहे हैं। लोहाली, चमड़ियां, जौरासी, काकड़ीघाट समेत तमाम स्थानों पर भी लोग खतरे की डूबकी लगा रहे हैं। व्यापारी नेता विरेन्द्र सिंह बिष्ट, दीवान सिंह, मनोज सिंह बिष्ट, शिवराज सिंह, मनीष तिवारी, फिरोज अहमद, गजेंद्र सिंह आदि ने कोसी नदी में गहराई व भंवर वाले स्थानों पर आवाजाही सख्ती से प्रतिबंधित किए जाने की मांग दोहराई है।