🔳मिनी स्टेडियम सभागार में किया गया डाक्यूमेंट्री का विमोचन
🔳 धुरी फाउंडेशन के तत्वावधान में बनकर हुई है तैयार
🔳 क्षेत्र की प्राचीन व रहस्यमयी लोकगाथा पर है आधारित
🔳 पंद्रह से अधिक स्थानीय बाल कलाकारों ने किया है जीवंत अभिनय
🔳 क्षेत्र के अराध्य नकूवा बूबू की रहस्यमयी कथाओं पर आधारित है डाक्यूमेंट्री
[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]

मिनी स्टेडियम बेतालघाट के सभागार में हुए कार्यक्रम में धुरी फाउंडेशन निर्मित बेतालघाट के बेताल डाक्यूमेंट्री का विमोचन किया गया। क्षेत्र के आराध्य नकूवा बूबू पर बनी डाक्यूमेंट्री बेतालघाट क्षेत्र की प्राचीन व रहस्यमयी लोकगाथा पर आधारित है। निर्माता सुरेन्द्र हाल्सी ने कहा की डाक्यूमेंट्री निर्माण से जहां युवा पीढ़ी की नकूवा बूबू के प्रति आस्था बढ़ेगी वहीं धार्मिक पर्यटन में भी बढ़ोतरी होगी।
रविवार को स्टेडियम सभागार में हुए कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। अतिथियों ने संयुक्त रुप से नकूवा बूबू पर बनी बेतालघाट के बेताल डाक्यूमेंट्री का विधिवत विमोचन किया। मुख्य अतिथि राहुल अरोड़ा ने कहा की डाक्यूमेंट्री में नकूवा बूबू से जुड़ी ऐतिहासिक व पौराणिक पहलुओं को साझा किया गया है। इससे निश्चित रुप से बाहरी क्षेत्रों में रह रहे लोगों में भी आराध्य के प्रति आस्था बढ़ेगी। पूर्व दर्जा राज्यमंत्री पीसी गोरखा ने कहा की डाक्यूमेंट्री कोसी घाटी के विकास का एक दस्तावेज बनकर उभरेगी। निर्माता सुरेन्द्र हाल्सी ने बताया की क्षेत्र में बेताल की गाथा सदियों से जनमानस में प्रचलित है। जब उन्हें बेताल से देवता बनने की इस रहस्यमयी कथा की सच्चाई का पता चला, तभी उन्होंने इसे संकलित कर डॉक्यूमेंट्री के रूप में प्रस्तुत करने का संकल्प लिया। यह कथा न केवल बेतालघाट बल्कि संपूर्ण कोश्या घाटी से जुड़ी हुई है। डॉक्यूमेंट्री के निर्माण से पहले पूरे क्षेत्र का गहन अध्ययन किया गया ताकि इसके ऐतिहासिक तथ्यों को प्रामाणिक रूप से प्रस्तुत किया जा सके। डॉक्यूमेंट्री का लेखन वरिष्ठ पत्रकार चारु तिवारी जबकि डायरेक्शन की जिम्मेदारी मनोज चंदोला जी ने संभाली है। पंद्रह से अधिक स्थानीय बाल कलाकारों ने जीवंत अभिनय किया है। पंद्रह दिनों तक बेतालघाट क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में इस डॉक्यूमेंट्री के दृश्य फिल्माए गए हैं। सुरेंद्र हाल्सी के अनुसार डॉक्यूमेंट्री निर्माण से बेतालघाट क्षेत्र और नकूवा बूबू की महिमा को लोग बेहतर ढंग से समझ पाएंगे। निश्चित रुप से धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।कार्यक्रम में मंच संचालन तारा भंडारी ने किया। इस दौरान संत रविशंकर, जिनपर सदस्य मंजू आर्या, बालम बोहरा, प्रताप बोहरा, दिलिप नेगी, दीप रिखाडी, चम्पा जलाल, रमेश तिवारी, पान सिंह जलाल, विवेक, नंदकिशोर आर्या, बालम बोहरा, गणेश जलाल आदि मौजूद रहे।

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