🔳 मुनाफे के फेर में राज्य सरकार को लगाई जा रही राजस्व की चपत
🔳 सीसीटीवी व कांटा लगाने समेत कई नियम की अनदेखी
🔳 खुलेआम हो रहे खेल के बावजूद खनन विभाग की चुप्पी पर खड़े हुए सवाल
🔳 बड़े बड़े दावे हो रहे हवाई साबित
🔳 जिला खनन अधिकारी ने किया कार्रवाई का दावा
[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]
कोसी घाटी में खनन सत्र शुरु होने के साथ ही अवैध खनन धड़ल्ले से शुरु हो गया है। शुरुवाती चरण में ही अवैध खनन की खन खन से विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं। स्वीकृत उपखनिज पट्टों में सीसीटीवी, कांटा व निकासी करने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम का प्रावधान होने के बावजूद नियमों की बलि दी जा रही है। जिला खनन अधिकारी ताजेश्वर सिंह के अनुसार जल्द टीम भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा। नियमों के विपरित होने वाले कार्य पर रोक लगा दी जाएगी। जुर्माना भी लगाया जाएगा।
वैध की आड़ में अवैध खनन के लिए कुख्यात कोसी घाटी में खनन सत्र शुरु हो गया है। भुजान, बर्धो, रतौडा, नैनीचैक, तिवाड़ी गांव, आमबाडी, बेतालघाट, सेठी, लेहड़ा समेत तमाम स्थानों पर उपखनिज पट्टे स्वीकृत हुए हैं। राजस्व में बढ़ोतरी को सरकार ने नदी में उपखनिज निकासी की अनुमति दी है पर खनन शुरु होने के साथ ही उपखनिज ठिकाने लगाने का खेल भी शुरु हो गया है। नियमों के उलट सीसीटीवी व कांटा लगाए बगैर ही निकासी शुरु कर दी गई है। कई जगह महज कांटा दिखावे को स्थापित कर दिया गया है। बगैर जीपीएस सिस्टम लगे वाहनों से भी धड़ल्ले से उपखनिज की निकासी करवाई जा रही है ऐसे में सरकार को राजस्व की चपत लगा अवैध खनन में लिप्त मुनाफा कमा रहे हैं। नियमों के पालन के बगैर हो रहे खनन से खनन विभाग का लचीला रवैया भी सामने आ रहा है। खुलेआम दी जा रही नियमों की बलि के बावजूद खनन विभाग की चुप्पी तमाम गंभीर सवाल खड़े कर रही है। बगैर सीसीटीवी निगरानी के खदान होने से स्वीकृत क्षेत्रफल से बाहर खनन की तैयारी भी शुरु हो गई है। बावजूद जिम्मेदार चुप्पी साधे बैठे हैं। जिला खान अधिकारी ताजेश्वर सिंह के अनुसार नियमों के पालन के निर्देश दिए गए हैं। जल्द टीम भेजकर निरीक्षण करवाया जाएगा। नियमों के उल्लघंन पर कार्रवाई की जाएगी। पट्टा निरस्तीकरण की संस्तुति के साथ ही जुर्माना भी लगाया जाएगा।