🔳विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर ग्राम प्रधान ने जताई गहरी नाराजगी
🔳बगैर विश्वास में लिए पंचायत के खाते से दो लाख रुपये निकालने पर रोष
🔳पूर्व में किए जा चुके कार्य को भुगतना रोकने पर चढ़ा पारा
🔳डीपीआरओ ने किया नियमानुसार जल्द भुगतान का दावा
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

बेतालघाट ब्लॉक के घंघरेठी गांव में पूर्व में किए गए विकास कार्यों का बजट अवमुक्त न किए जाने से ग्राम प्रधान ने नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की बगैर उन्हें विश्वास में लिए पंचायत के खाते से दो लाख रुपये की धनराशि भी निकाल दी गई है। सार्वजनिक स्थानों पर बेंच लगाने के नाम पर निकाली गई धनराशि से आज तक बेंच व कुर्सियां स्थापित नहीं हो सकी है। नाराज प्रधान ने मामले की जांच किए जाने की मांग उठाई है।
गांवों में विकास कार्य तो करा लिए जाते हैं पर भुगतान के लिए पंचायत प्रतिनिधियों को तमाम परेशानियों से जूझना पड़ता है‌। घंघरेठी गांव के हालात भी कुछ ऐसी ही हकीकत बयां कर रहे हैं। गांव में पंद्रह वें वित्त के बजट से ग्राम प्रधान कुंदन सिंह नेगी ने पेयजल टैकों का निर्माण तो करा दिया पर लंबा समय बीतने के बावजूद आज तक निर्माण कार्य का भुगतान नहीं हो सका है। भुगतान न होने से श्रमिकों व दुकानदारों की देनदारी भी प्रधान के जिम्मे है‌। कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद भुगतान न होने से अब ग्राम प्रधान व ग्रामीणों का पारा भी चढ़ गया है। प्रधान कुंदन नेगी ने आरोप लगाया की एक ओर गांव में हो चुके निर्माण कार्यों का भुगतान नहीं किया जा रहा वहीं दूसरी ओर गांव में सार्वजनिक स्थानों पर कुर्सियां व बेंच स्थापित किए जाने की बात कहकर बगैर विश्वास में लिए पंचायत के खाते से दो लाख रुपये की धनराशि निकाल दी गई है। छह महीने का लंबा समय बीतने के बावजूद आज तक कुर्सियां व बेंच स्थापित नहीं हो सकी है। ग्राम प्रधान ने अधिकारियों पर गांव की उपेक्षा किए जाने का आरोप भी लगाया है। पंचायती राज विभाग के डीपीआरओ सुरेश बेनी के अनुसार ग्राम प्रधान से दूरभाष पर मामले की जानकारी मिली है। दावा किया की जल्द ही नियमानुसार भुगतान कर दिया जाएगा। पैसे निकालने के मामले में भी जानकारी जुटाई जाएगी।