🔳सीएचसी गरमपानी में प्राथमिक उपचार के दौरान नहीं दी गई सही जानकारी
🔳महज पैर फेक्चर होने का हवाला दे कर दिया रैफर
🔳एसटीएच हल्द्वानी में हुआ गंभीर चोट पहुंचने का खुलासा
🔳जिंदगी बचाने को दो यूनिट रक्त की भी पड़ी जरुरत
🔳व्यापारियों ने निष्पक्ष जांच की उठाई मांग
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

आवारा सांड के हमले में गंभीर रुप से घायल बुजुर्ग की हालत घटना के दूसरे दिन भी नाजुक बनी हुई है। बुजुर्ग के स्वजनों ने सीएचसी गरमपानी में बुजुर्ग के साथ की गई लापरवाही पर गहरी नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की बुजुर्ग का पैर फैक्चर होने का हवाला दे चिकित्सकों ने रेफर कर दिया जबकि बुजुर्ग को आंतरिक चोट भी पहुंची थी। एसटीएच हल्द्वानी में दो यूनिट रक्त भी चढ़ाना पड़ा। क्षेत्र के व्यापारियों ने भी मामले में गहरी नाराजगी जताई है।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर गरमपानी क्षेत्र में बीते बुधवार को आवारा सांड ने स्थानीय राजेंद्र तिवारी पर जानलेवा हमला कर उन्हें गंभीर रुप से घायल कर दिया। प्राथमिक उपचार के लिए सीएचसी गरमपानी पहुंचाया गया जहां से उन्हें हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया। स्वजनों के अनुसार चिकित्सालय में मौजूद चिकित्सक ने महज पैर फैक्चर होने का हवाला दिया पर हल्द्वानी एसटीएच पहुंचने में बुजुर्ग की हालत बिगड़ गई। चिकित्सकों ने उपचार शुरु किया तो पैर फैक्चर होने के साथ ही बुजुर्ग के अंडकोष में भी चोट पहुंचने की पुष्टि हुई। अत्यधिक रक्त बह जाने से बुजुर्ग को दो यूनिट रक्त भी चढ़ाया गया। बुजुर्ग के भतीजे मनीष तिवारी के अनुसार सीएचसी गरमपानी में महज पैर फेक्चर होने की सूचना दे हल्द्वानी रैफर कर दिया गया जबकि उनके चाचा राजेंद्र तिवारी के अंडकोष में भी सांड के सींग के पांच सेंटीमीटर का घांव था। अत्यधिक खून बह जाने से दो यूनिट खून भी चढ़ाया गया। मनीष ने आरोप लगाया की महज रेफर सेंटर में तब्दील हो चुके सीएचसी गरमपानी में अब प्राथमिक उपचार में भी लापरवाही बरती जा रही है। ठिक ढंग से इलाज न कर लोगो की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। स्थानीय व्यापारियों ने भी मामले के निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. योगेश कुमार के अनुसार जब बुजुर्ग को अस्पताल लाया गया तब रक्त नहीं बह रहा था। मामले की जानकारी जुटाई जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर जांच भी होगी।