🔳 रामगढ़ ब्लॉक के बसगांव क्षेत्र का मामला
🔳 पंचायत प्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप उठाई कार्रवाई की मांग
🔳 जमीन विक्रेता के सत्तर वर्ष से भी अधिक समय से गांव में न होने का दावा
🔳 रजिस्ट्री में लखनऊ का पता दर्शाए जाने पर भी उठाए सवाल
🔳 दाखिल खारिज पर रोक लगाने व निष्पक्ष जांच की मांग
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]

रामगढ़ ब्लॉक के बसगांव के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन भेज गांव में फर्जी ढंग से जमीन की बिक्री किए जाने का आरोप लगाया है। बताया है की अभिलेखों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी कर जमीन की रजिस्ट्री करवाई गई है। खुलासा किया है की जिस व्यक्ति ने रजिस्ट्री की है वह पिछले सत्तर वर्ष से भी अधिक समय से गांव में नहीं है। ग्रामीणों ने गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई पर जोर दिया है।
नगरीय क्षेत्रों के साथ ही अब सूदूर गांवों में भी लैंड फ्रॉड के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। रामगढ़ ब्लॉक के देवदार पट्टी के बसगांव के ग्रामीणों ने भी लैंडफ्रॉड से संबंधित मामले की जानकारी जिलाधिकारी वंदना सिंह को दी है। जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप ग्रामीणों ने करीब तेरह नाली से भी अधिक जमीन की फर्जी ढंग से रजिस्ट्री कराए जाने के मामले की निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है। ज्ञापन के माध्यम से बताया है की 16 अगस्त को बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा कर तेरह नाली से अधिक की जमीन की रजिस्ट्री करवाई गई है। आरोप लगाया की रजिस्ट्री करने वाले परिवार के सदस्य पिछले सत्तर वर्ष से भी अधिक समय से गांव में नहीं है। खोजबीन में वर्ष 1955 का बैनामा मिला है जिसमें विक्रेताओं की उम्र 26 व 36 वर्ष दर्शायी गई है। ऐसे में विक्रेताओं की उम्र वर्तमान में 105 व 95 वर्ष के आसपास होनी चाहिए पर रजिस्ट्री में उम्र में भी काफि अंतर है। विक्रेताओं का पता लखनऊ दर्शाया गया है वह भी संदेह के घेरे में है। ग्रामीणों ने मामले में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई किए जाने पर जोर दिया। ज्ञापन में ग्राम प्रधान ललिता देवी, क्षेत्र पंचायत सदस्य दर्शन पाठक, कमलेश चंद्र दानी, रमेश चंद्र, नंद किशोर, मनोज दानी, दीप कुमार पांडे, हरीश चंद्र, चंद्र बल्लभ पांडे, जीवन चंद्र, जगदीश चंद्र, किशन लाल, रमेश लाल आदि के हस्ताक्षर हैं।