🔳 सहयोग व श्रमदान से हुए सौंदर्यीकरण को दर्शाया सरकारी बजट का कार्य
🔳 क्षेत्र पंचायत सदस्य के बोर्ड स्थापित किए जाने पर चढ़ा ग्रामीणों का पारा
🔳 कुमाऊं आयुक्त को शिकायती पत्र भेज उठाई कार्रवाई की मांग
🔳 क्षेत्र पंचायत सदस्य ने आरोप को बताया निराधार
{{{{ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट}}}}

गांव के बाशिंदों के सहयोग व श्रमदान से भूमिया मंदिर में सौंदर्यीकरण के बाद मंदिर परिसर में क्षेत्र पंचायत सदस्य के सरकारी योजना से कार्य किए जाने का बोर्ड लगाए जाने का मामला तूल पकड़ गया है। ग्रामीणों ने कुमाऊं आयुक्त को ज्ञापन भेजकर मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है। आरोप लगाया है की श्रमदान से हुए सौंदर्यीकरण को सरकारी योजना में दर्शाकर बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है।
गांवों में विकास कार्यों की आड़ में सरकारी बजट ठिकाने लगाने के मामले समय समय पर सामने आते हैं पर अब मंदिर के नाम पर भी बजट की बाजीगरी करने का मामला सामने आने से तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बेतालघाट ब्लॉक के सिल्टोना गांव में स्थित भूमिया मंदिर में गांव के कुछ परिवारों ने आपसी सहयोग व श्रमदान से मंदिर का सौंदर्यीकरण किया। गांव के उमाशंकर बधानी के अनुसार आपस में धनराशि इकठ्ठा कर श्रमदान के जरिए सौंदर्यीकरण कार्य किया गया है। आरोप लगाया की सौंदर्यीकरण कार्य पूरा हो जाने के बाद गांव के क्षेत्र पंचायत सदस्य केशव आर्या ने मंदिर में 1.10 लाख रुपये से सौंदर्यीकरण कार्य किए जाने का बोर्ड स्थापित कर दिया। कहा की सौंदर्यीकरण कार्य श्रमदान व आपसी सहयोग से किए गए हैं जबकि क्षेत्र पंचायत सदस्य ने बोर्ड लगाकर सरकारी धनराशि से सौंदर्यीकरण कार्य होना दर्शाया है। उमाशंकर बधानी ने इसे बड़ा भ्रष्टाचार करार दे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठाई है। शिकायतकर्ता ने कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत को शिकायती पत्र भेज मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है। क्षेत्र पंचायत सदस्य केशव आर्या के अनुसार आरोप निराधार है। ग्रामीणों की सहमति से ही कार्य हुआ है। मामले की जांच करवाई जाएगी।