🔳जौरासी क्षेत्र में ब्लाक निर्माण कार्य में धड़ल्ले से हो रहा पत्थरों का इस्तेमाल
🔳विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
🔳यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ का लगाया आरोप
🔳गुणवत्ता का ध्यान न रखे जाने पर आंदोलन की चेतावनी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट))))
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर पहले ही बदहाली का दंश झेल रहा है अब मरम्मत के नाम पर गुणवत्ता से खिलवाड़ किए जाने का आरोप लगा विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। आरोप लगाया है की हाइवे पर निर्माणाधीन कार्यों में लगे नेपाली मूल के श्रमिक ब्लाक निर्माण में धड़ल्ले से पत्थर डाल गुणवताविहीन कार्य करने पर आमादा है। क्षेत्रवासियों ने विभागीय अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं।
कुमाऊं की लाइफ लाइन कहे जाने वाले महत्वपूर्ण हाइवे पर आवाजाही खतरनाक बनी हुई है। चार वर्ष पूर्व आपदा से जगह जगह ध्वस्त होने के बाद 39 करोड़ रुपये का भारी भरकम बजट उपलब्ध होने के बावजूद हालात जस के तस बने हुए हैं। रातीघाट, भोर्या बैड, नावली आदि क्षेत्र में हाइवे की हालत में सुधार को रत्ती भर कदम नहीं उठाया जा सका है। जिन स्थानों पर कार्य हो भी रहे हैं तो वहां गुणवत्ता से खुला खिलवाड़ किया जा रहा है।जौरासी क्षेत्र में बगैर निगरानी किए जा रहे कार्य में धड़ल्ले से पत्थरों का इस्तेमाल किया जा रहा है जबकि ब्लाक निर्माण में पत्थर डालने का प्रावधान नहीं है। अफसरों की अनदेखी का फायदा उठाकर धड़ल्ले से पत्थर डाल गुणवत्ता से खिलवाड़ किया जा रहा है। कोसी घाटी जन विकास संघर्ष समिति उपाध्यक्ष दयाल दरमाल, व्यापार मंडल उपाध्यक्ष विरेन्द्र सिंह, कुबेर सिंह जीना आदि ने महत्वपूर्ण हाइवे पर गुणवत्ताविहीन कार्य किए जाने पर नाराजगी जताई है। आरोप लगा है की गुणवत्ता से खिलवाड़ कर यात्रियों की जिंदगी से खिलवाड़ के साथ ही बजट ठिकाने लगाने का कार्य किया जा रहा है। साफ कहा की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि मामले में कार्रवाई नहीं की गई तो फिर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।