🔳 मेले की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में की गई अपील
🔳 मेले के बाद जगह जगह गिरने से होता है तस्वीर का अपमान
🔳 बैठक में कई अहम बिंदुओं पर हुई विस्तार से चर्चा
🔳 अलग अलग स्थानों पर कार्य करने को सौंपी गई जिम्मेदारियां
[[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]]
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम आश्रम में हुई हुई मंदिर प्रबंधन समिति, पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों की बैठक में आगामी पंद्रह जून को लगने वाले सुप्रसिद्ध मेले की तैयारियों पर मंथन किया गया। मेले को भव्य रुप देने को अहम बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा हुई। मेले की सफलता को पदाधिकारियों को जिम्मेदारी भी सौंपी गई।
गुरुवार को कैंची धाम स्थित नीम करौरी आश्रम में प्रतिवर्ष पंद्रह जून को स्थापना दिवस पर लगने वाले सुप्रसिद्ध मेले की तैयारियों को लेकर संयुक्त बैठक हुई। मंदिर समिति प्रबंधक प्रदीप साह ने मेले को लेकर अलग अलग स्थानों पर तैनात रहने वाले पदाधिकारियों व सदस्यों को जिम्मेदारी सौंपी। पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करने का आह्वान किया। वक्ताओं ने कहा की बाबा भक्तों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है ऐसे में इस वर्ष मेले में भी भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की उम्मीद है। श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए पूर्व से ही व्यवस्था चाक चौबंद करनी होगी। सर्वसम्मति से तय हुआ की मेले के दौरान कैंची मुख्य बाजार तथा हाईवे पर जगह जगह लगने वाली होल्डिंग्स व फ्लैक्सी में बाबा की तस्वीर न लगाएं जाने के लिए लोगों से अपील की जाएगी। मेले के बाद जगह जगह बोर्ड व फ्लैक्सियों के जहां तहां गिरने से बाबा की तस्वीर का भी अपमान होता है ऐसे में पहले ही बाबा की तस्वीर लगी प्लैक्सी आदि न लगवाने का आह्वान किया जाएगा। इस दौरान ट्रस्टी मंजुल कुमार जोशी, प्रवीन रघुवंशी, ओम प्रकाश बिंद्रा, शैलेश साह, एमपी सिंह, दिनेश तिवारी, गिरीश तिवारी, अंकित साह, भुवन तिवारी, महेंद्र बिष्ट, धीरज तिवारी समेत तमाम लोग मौजूद रहे।