🔳 पीएम श्री जीआइसी धनियाकोट में अध्ययनरत नौनिहालों की जिंदगी पर मंडरा रहा खतरा
🔳 कभी भी बड़ी अनहोनी सामने आने का अंदेशा
🔳 उबड़ खाबड़ रास्ते को पार कर स्कूल पहुंचना बनी नियति
🔳 बंदरों व गोवंशीय पशुओं का झुंड बन रहा मुसीबत
🔳 बच्चों की जिंदगी पर खतरा बढ़ने के बावजूद जनप्रतिनिधि व जिम्मेदार मोड़ रहे मुंह
[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]]
पीएम श्री राजकीय इंटर कॉलेज धनियाकोट में अध्ययनरत नौनिहालों व तैनात शिक्षकों की जिंदगी चौतरफा संकटों से घिर चुकी है। नौनिहाल रातीघाट – बेतालघाट मोटर मार्ग से करीब सात सौ मीटर की दूरी का उबड़ खाबड़ रास्ता पार कर विद्यालय पहुंचने को मजबूर हो चुके हैं यही नहीं विद्यालय पहुंचने के बाद मवेशियों व बंदरों का झुंड भी बच्चों की अग्निपरीक्षा ले रहा है। जिंदगी पर बढ़ते जोखिम के बीच नौनिहाल शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं।
गांवों में मूलभूत सुविधाओं के अभाव के बावजूद बच्चे बेहतर शिक्षा की उम्मीद में दूरदराज के गांवों से विद्यालयों में पहुंचते हैं। तमाम बाधाओं को पार कर बच्चे स्कूल तो पहुंच रहे हैं पर उनकी जिंदगी पर लगातार खतरा मंडरा रहा है। पीएम श्री जीआइसी धनियाकोट में आसपास के गांवों के ढाई सौ से भी अधिक नौनिहाल अध्ययनरत हैं। नौनिहाल खतरे भरे उबड़ खाबड़ रास्ते को पार कर बामुश्किल विद्यालय पहुंच रहे हैं। बारिश होने पर खतरा कई गुना बढ़ जा रहा है। बदहाल हो चुके विद्यालय के रास्ते की जनप्रतिनिधि भी सुध नहीं ले रहे। विद्यालय परिसर में प्रवेश के साथ ही बंदरों व गांवों से छोड़े गए गौवंशीय पशुओं का झुंड भी बच्चों के लिए परेशानी बन चुका है। नौनिहाल जान जोखिम में डाल बामुश्किल विद्यालय में प्रवेश कर पा रहे हैं। कई नौनिहालों को कटखने बंदर घायल तक कर चुके हैं। लगातार बढ़ते खतरे से विद्यालय प्रबंधन भी चिंतित हैं। कई बार ग्रामीणों से गोवंशीय पशुओं को विद्यालय परिसर में न छोड़ने को कहा भी जा चुका है बावजूद पशुपालक अनसुनी कर दे रहे हैं। आरटीआई कार्यकर्ता कृपाल सिंह मेहरा के अनुसार बंदरों से खतरा बढ़ता ही जा रहा है। रास्ता भी खस्ताहाल हो चुका है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। अंदेशा जताया है की कभी भी बड़ी घटना सामने आ सकती है। विद्यालय के प्रधानाचार्य शशि प्रकाश यादव के अनुसार रास्ते तथा मवेशियों व बंदरों से बढ़ते खतरे को लेकर उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जा चुका है। गांव के लोगों से भी मवेशियों को विद्यालय परिसर की ओर न छोड़ने को कहा जा चुका है।