🔳 राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की रिपोर्ट में पुष्टि
🔳 पोषक तत्वों की कमी व भोजन की सही शिक्षा न होना बन रहा बड़ा कारण
🔳 आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषक तत्वों से भरपूर आहार मिलने के बावजूद हालात विकट
🔳 आरबीएसके की टीम ने बढ़ाई निगरानी, स्वजनों को भी दी जा रही महत्वपूर्ण जानकारियां
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]]

समुचित आहार व पोषक तत्वों की कमी से बेतालघाट ब्लॉक के सूदूर गांवों के नौनिहाल कुपोषित व अतिकुपोषित की समस्या से ग्रस्त हो रहे हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तत्वावधान में चले अभियान में करीब 34 कुपोषित व 14 बच्चे अतिकुपोषित मिले हैं। आरबीएसके के चिकित्साधिकारी डा. दीपक सती के अनुसार स्वजनों को भोजन की सही शिक्षा न होने व पोषक तत्वों की कमी से बच्चे कुपोषण व अतिकुपोषण की चपेट में आ रहे हैं।
केंद्र व राज्य सरकार नौनिहालों के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए तमाम योजनाएं संचालित कर रही है। बकायदा आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषक तत्वों से भरपूर सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है बावजूद बेतालघाट ब्लॉक के सूदूर अलग अलग गांवों के नौनिहाल कुपोषण व अतिकुपोषण के शिकार हो रहे हैं। बीते अप्रैल से सितंबर माह तक करीब 34 में कुपोषण व 14 बच्चे अतिकुपोषित पाए गए हैं। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीम की जांच में 0 से 6 वर्ष तक के नौनिहालों में बकायदा पुष्टि भी हो चुकी है। जाहिर सी बात है की नौनिहालों के कुपोषित व अतिकुपोषित होना चिंता का विषय है वह भी तब जब सरकार नौनिहालों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता से कदम उठा रही है। आंगनबाड़ी केंद्रों से भरपूर मात्रा में पोषक तत्व युक्त खाद्य सामग्री भी उपलब्ध कराई जा रही है साथ ही समय समय पर लोगों को जागरुक करने को अभियान भी चलाया जा रहा है। वर्तमान में गांवो में बाल विकास विभाग के तत्वावधान में पोषण माह कार्यक्रम के तहत विभिन्न जानकारियां भी दी जा रही है। आरबीएसके बेतालघाट टीम के चिकित्साधिकारी डा. दीपक सती के अनुसार स्वजनों में जानकारी का अभाव इसका मुख्य कारण है। बच्चों को उपलब्ध कराए जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी तक माता पिता को नहीं होती जिस कारण बच्चे कुपोषण का शिकार हो जाते हैं। चिकित्साधिकारी के अनुसार शिविर लगाकर लगातार जांच के साथ ही कुपोषित व अतिकुपोषित सभी 48 बच्चों की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। स्वजनों को भी पोष्टिक आहार के विषय पर जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *