🔳 ललित की मौत के लिए लापरवाह रवैए को ठहराया जिम्मेदार
🔳 सुयालबाड़ी से भेजें वाहन का गांव पहुंचते ही हुआ स्टेरिंग फेल
🔳 वाहन में प्राथमिक उपचार को दवाइयां तक उपलब्ध न होने पर जताई नाराजगी
🔳 मुआवजा न देने पर न्यायालय की शरण लेने का ऐलान
[[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]
रामगढ़ ब्लॉक के दियारी गांव के ग्रामीणों ने 108 प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रोष जताया। ललित कुमार की मौत के लिए प्रबंधन को जिम्मेदार ठहरा मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने की मांग उठाई। दो टूक चेतावनी दी की यदि सुनवाई नहीं की गई तो फिर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
रविवार को दियारी गांव के ग्रामीण व मृतक ललित कुमार के परिवार के सदस्यों ने 108 प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया की सूचना के बाद जिस 108 वाहन को भेजा गया उस वाहन के घर के नजदीक पहुंचते ही स्टेरिंग फेल हो गया। वाहन के आने व स्टेरिंग फेल हो जाने से ललित कुमार को समय पर उपचार नहीं मिल सका। प्यूडा क्षेत्र से निजी वाहन बुलाकर उसे अल्मोड़ा ले जाया गया पर उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई चंद्रशेखर ने कहा की सुयालबाडी अस्पताल से पहुंचे 108 वाहन में प्राथमिक उपचार के लिए समुचित दवाइयां भी उपलब्ध नहीं थी। स्वास्थ्य कर्मी ने महज मरहम पट्टी उपलब्ध होने की जानकारी दी थी। कहा की यदि प्राथमिक उपचार भी मिल जाता तो शायद ललित की जिंदगी बच जाती। ग्रामीणों ने कहा की प्रबंधन की लापरवाही से तीन छोटे छोटे बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है। क्षेत्रवासियों ने मृतक के परिवार को उचित मुआवजा दिए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि प्रबंधन ने अनदेखी की तो फिर मजबूरन न्यायालय की शरण ली जाएगी। इस दौरान मृतक की मां पुष्पा देवी, रेवती देवी, नारायणी देवी, रेनू आर्या, भगवती देवी, दीपा देवी, बीना आर्या, कमल किशोर, मनोज कुमार, चंद्रशेखर, दीक्षित कुमार, राहुल कुमार, सागर कुमार, उमेद राम पूर्व प्रधान लीला देवी आदि मौजूद रहे।