◼️ महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में निकाली कलश यात्रा
◼️ दूरदराज के गांवो से कथा सुनने पहुंचे श्रद्धालु
◼️क्षेत्र में सुख, शांति व समृद्धि की कामना
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
रानीखेत खैरना मोटर मार्ग पर पिलखोली क्षेत्र में स्थित गुरु गोरखनाथ की धूणी में विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का श्रीगणेश हो गया। गांव की महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में कलश यात्रा निकाली। क्षेत्र में सुख, शांति व समृद्धि को प्रार्थना की गई। भगवान श्रीकृष्ण के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो उठा।
सोमवार को पिलखोली क्षेत्र में स्थित गुरु गोरखनाथ की धूणी में विधि विधान से पूजा अर्चना के साथ श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ शुरू हुआ। सुबह आचार्य पंडित शंभू दत्त पांडे, शिवानंद पांडे, कैलाश तिवारी, ललित जोशी, मनमोहन जोशी ने यजमान पान सिंह व सरस्वती देवी से विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान पूरे कराएं। गांव की महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में गुरु गोरखनाथ की धूणी से जनौली क्षेत्र में स्थित सैम देवता मंदिर तक कलश यात्रा निकाली। भगवान श्री कृष्ण के जयकारों के साथ कलश यात्रा वापस गुरु गोरखनाथ की धूणी में पहुंची। कथा व्यास श्री श्री 108 महंत रमेश दास ने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं का वर्णन किया। बताया कि संसार के कण-कण में भगवान कृष्ण विराजमान है। सच्चे मन से ईश्वर को याद करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। आसपास के गांवों से सैकड़ों लोग कथा सुनने गुरु गोरखनाथ की धूणी में पहुंचे। इस दौरान दीवान सिंह, पानदेव पंत, मदन सिंह, बचे सिंह, गोपाल सिंह, लाल सिंह, नंदन सिंह, कुबेर सिंह, जयपाल सिंह, सुरेश सिंह आदि लोग व्यवस्था बनाने में जुटे रहे।