=14 लाख रुपये की लागत से शुरु हुआ कार्य
= नदी से रोजाना डिस्चार्ज होने वाले पानी की होगी मॉनिटरिंग
= शिप्रा पुर्नजिविकरण योजना के तहत शुरु हुआ कार्य

(((ब्यूरो चीफ विरेंद्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी के प्रवाह की अब निगरानी होगी।इसके लिए बकायदा रामगाढ़ क्षेत्र में गेज साइड का निर्माण भी शुरु कर दिया गया है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नदी के प्रवाह का वर्ष भर का डाटा भी तैयार होगा ताकी पता चल सके की नदी से कितना पानी डिस्चार्ज हुआ है।

अल्मोडा जनपद में कोसी पुर्नविकरण के बाद शिप्रा नदी के पुर्नजिविकरण की भी योजना तैयार हुई। योजना के तहत ही अब शिप्रा नदी के रामगाढ़ क्षेत्र में सिंचाई विभाग ने आटोमेटिक गेज साइड का निर्माण कार्य शुरु कर दिया है। लगभग 14 लाख रुपये की लागत से निर्माणधीन गेज साइड से नदी से डिस्चार्ज होने वाले पानी की मॉनिटरिंग की जाऐगी। ऑटोमेटिक मशीन ने नदी के प्रतिदिन डिस्चार्ज होने वाले पानी का डाटा एकत्र होगा।जिस पर संबंधित विभाग निगरानी रखेगा ताकी पता चल सके की उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी से प्रतिदिन कितना पानी डिस्चार्ज हो रहा है।सिंचाई विभाग वर्ष भर का डाटा एकत्र करेगा।

रामगाढ़ क्षेत्र में बकायदा निर्माण कार्य भी शुरु हो चुका है। सिंचाई विभाग नैनीताल के अधिशासी अभियंता केएस चौहान के अनुसार निर्माण कार्य की लगातार मोनिटरिंग भी की जा रही है। कार्यदायी संस्था को तय समय पर गुणवत्तायुक्त कार्य पूरा करने के निर्देश दिए गए है।