= बाजार में बरसाती पानी के साथ तैर रही गंदगी
= जिम्मेदारों ने मुंह मोड़ा
= परेशानी का सामना करने को मजबूर हुए व्यापारी

(((मनीष कर्नाटक/दलिप सिंह नेगी/हरीश कुमार की रिपोर्ट)))

बारिश शुरू होते ही बाजार क्षेत्र में व्यवस्थाएं धड़ाम हो जा रही हैं। जगह-जगह बरसाती पानी रोड पर बह रहा है वहीं गंदगी भी सड़कों पर तैर रही है। व्यापारी व क्षेत्रवासी परेशान है।
बारिश बाजार क्षेत्र के लोगों के लिए सिरदर्द बन चुकी है बारिश होने के साथ ही पानी लोगों के घरों व दुकानों में घुस रहा है जिससे नुकसान जिससे क्षेत्रवासियों को नुकसान हो रहा है वहीं पानी के साथ ही गंदगी भी सड़कों पर तैर रही है बरसाती पानी के निकासी की व्यवस्था ना होने से अव्यवस्था हावी है। बाजार के दोनों और बनाई गई बरसाती नाली जगह-जगह बंद पड़ी है मलवे से पटी पड़ी नाली विभागीय कार्यशैली को उजागर कर रही है। क्षेत्रवासियों का आरोप है कि कई बार बरसाते नाली व कलमठ खोले जाने की मांग उठाई जा चुकी है पर कोई सुनवाई नहीं हो रही। विभागीय अधिकारी कुंभकरणीय नींद में है साफ कहा है कि अब उपेक्षा कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जल्द बरसाती नाली व कलमठ ना खोले गए तो आंदोलन की रूपरेखा तैयार होगी।