🔳 गुलदार के हमले में घायल गौवंशीय पशु का किया गया उपचार
🔳 तीन घंटे तक उपचार के बाद वापस भीमताल लौटी टीम
🔳 स्थानीय लोगों ने विभागीय टीम का किया आभार व्यक्त
🔳 गौवंशीय पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों के खिलाफ उठाई कार्रवाई की मांग
[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट]]]]]

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे पर गंगरकोट क्षेत्र में गुलदार के हमले में गंभीर रुप से घायल गौवंशीय पशु का भीमताल से पहुंची पशु-चिकित्सकों की टीम ने उपचार किया। करीब तीन घंटे तक उपचार किए जाने के बाद टीम वापस लौटी। टीम के सदस्यों ने स्थानीय लोगों से पशु का विशेष ध्यान रखें जाने की अपील की।
हाइवे से सटे गंगरकोट क्षेत्र में आवारा गोवंशीय पशु पर हमला बोल दिया। वाहनों की आवाजाही होने व हो हल्ला होने से गुलदार जंगल की ओर भाग गया। स्थानीय अंकित सुयाल ने पशुपालन विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क साध गंभीर रुप से घायल गोवंशीय पशु के उपचार को गुहार लगाई। सूचना पर हरकत में आई पशुपालन विभाग की टीम शुक्रवार को भीमताल से गंगरकोट क्षेत्र पहुंची तथा घायल गोवंशीय पशु का उपचार शुरु किया। स्थानीय लोगों की मदद से पशु चिकित्सकों ने घायल पशु का करीब तीन घंटे तक उपचार किया। हालात सामान्य होने पर टीम वापस लौट गई। चिकित्सकों ने स्थानीय लोगों से भी पशु का ध्यान रखने की अपील की। चिकित्सकों की टीम में डा. रोमा, डा. नितिन बिष्ट, पूनम, दामोदर जोशी आदि शामिल रहे। स्थानीय अंकित सुयाल ने आरोप लगाया की गांवों से गोवंशीय पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया जा रहा है। लोगों ने पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी उठाई।