= छह वर्षों से सड़क के इंतजार में पथरा गई आंखें
= आखिरकार सब्र दे गया जवाब
= गांव तक सड़क ना पहुंचने पर चढा़ पारा

(((कुबेर सिंह जीना/महेंद्र कनवाल/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे सिरसा गांव के बाशिंदे हाईवे पर उतर आए। नारेबाजी कर रोष जताया। अधिकारियों पर गांव की उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाया। दो टूक चेतावनी दी कि यदि जल्द निर्माणाधीन सड़क का कार्य पूरा न किया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया जाएगा।
हाईवे से सटे सिरसा गांव को जोड़ने के लिए वर्ष 2015 में करीब 69 लाख रुपये की भारी-भरकम धनराशि से महज 1.75 किमी रोड निर्माण का कार्य शुरू हुआ। छह बरस बीत जाने के बावजूद आज तक सड़क गांव नही पहुंच पाई। ग्रामीणों का आरोप है कि अभी भी गांव से सड़क 800 मीटर दूर है। सड़क निर्माण के नाम पर बेतरतीब खदान किया जा रहा है। आज तक गांव तक एक भी वाहन नहीं पहुंच सका। ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण रास्ते तक बंद हो चुके हैं। पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हैं पर कोई सुध लेवा नहीं है। पूर्व में कुमाऊं आयुक्त अरविंद हंयाकि भी जल्द व्यवस्था सुचारू करने के निर्देश दे चुके हैं पर किसी के भी कान में जूं तक नहीं रेंग रही। बुधवार को ग्रामीणों ने सड़क पर उतर रोष जताया। शासन प्रशासन व संबंधित विभाग पर गांव के लोगों की उपेक्षा का आरोप लगाया। कहा कि सड़क निर्माण की आड़ में बजट ठिकाने लगाया जा रहा है पर सड़क सुविधा का लाभ ग्रामीणों को नहीं मिल रहा। साफ कहा कि यदि जल्द मोटर मार्ग निर्माण ना हुआ तो आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार कर दिया जाएगा। इस दौरान ग्राम प्रधान इंदु जीना, युवक मंगल दल अध्यक्ष कमल सिंह जीना, महिला मंगल दल अध्यक्ष ज्योती जीना, आनंद सिंह, रूप सिंह जीना, चंदन सिंह, कुशाल सिंह, राजेंद्र नेगी, त्रिलोक सिंह, दिनेश, देवेंद्र सिंह, कलावती देवी, पार्वती देवी, लीला जीना पार्वती देवी, आशा देवी, पुष्पा देवी, मुन्नी देवी आदि मौजूद रहे।