◾प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव ने खोला मोर्चा
◾राजनैतिक दल के लोगों को तवज्जो देने का लगाया आरोप
◾मंच पर गांव के ग्राम प्रधान को जगह न देने पर जताई नाराजगी
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

ग्राम पंचायतों में होने वाली बैठकों में पंचायत प्रतिनिधियों अनदेखी पर ग्राम प्रधान संगठन का पारा चढ़ गया है। संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी ने इसे पंचायत प्रतिनिधियों की उपेक्षा करार दिया है। आरोप लगाया की ऊंचाकोट में हुए डीएम के कार्यक्रम में भी चुने हुए प्रतिनिधि को दरकिनार कर राजनैतिक पार्टियों के लोगों को तवज्जो दी गई।
गांवो में होने वाली सरकारी बैठकों में पंचायत प्रतिनिधियों की उपेक्षा का मामला तूल पकड़ गया है। बीते दिनों ऊंचाकोट में लगे जिलाधिकारी के शिविर में गांव के ग्राम प्रधान को मंच पर जगह न दिए जाने पर ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी ने मोर्चा खोल दिया है। आरोप लगाया है कि जिलाधिकारी के कार्यक्रम में गांव के चुने हुए प्रतिनिधि को तवज्जो नहीं दी गई जबकि नियमानुसार ग्राम पंचायत में होने वाले कार्यक्रम की अध्यक्षता ग्राम प्रधान की होती है। ऐसे ही तमाम अन्य क्षेत्रों में भी होने वाले कार्यक्रमों में पंचायत प्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है। शेखर दानी ने साफ कहा की पंचायत प्रतिनिधियों की उपेक्षा कर राजनैतिक दलों से जुड़े लोगों को प्राथमिकता दी गई है जो निंदनीय है। पंचायत प्रतिनिधियों की अनदेखी कर राजनैतिक दल से जुड़े लोगों को मंच पर विराजमान कर नियमों से खिलवाड़ किया गया है। दो टूक चेतावनी दी है की यदि मनमाना रवैया अपनाया गया तो संगठन आंदोलन को बाध्य होगा।