🔳जौरासी गांव निवासी व्यक्ति उठाई जांच की मांग
🔳मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर भी दर्ज कराया मामला
🔳वर्ष 2015 में पिताजी की मृत्यु के बाद 2021 में दाननामे पर उठाए सवाल
🔳सांठगांठ कर दाननामा तैयार किए जाने का लगाया आरोप

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे जौरासी गांव में बने सामुदायिक भवन के लिए फर्जी दाननामा तैयार करने का आरोप लगने से हड़कंप मच गया है। स्थानीय ग्रामीण ने आरोप लगाया है की कुछ लोगों ने सांठगांठ कर दाननामा तैयार किया है। आरोप लगाया है की फर्जी दाननामा तैयार कर सरकारी बजट की बंदरबांट की तैयारी की जा रही है‌। मामले की निष्पक्ष जांच की मांग उठा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग उठाई है।

हाइवे से सटे रामगढ़ ब्लॉक के जौरासी गांव में वर्षों पहले सामुदायिक भवन का निर्माण किया गया है। समीप ही आंगनबाड़ी केंद्र भी बना है। स्थानीय हरीश मेहरा ने सामुदायिक भवन के निर्माण में इस्तेमाल हुई जमीन पर सांठगांठ कर दाननामा तैयार किए जाने का आरोप लगा दिया है। हरीश के अनुसार उनके पिताजी नारायण सिंह मेहरा सरकारी सेवा में कार्यरत थे। अधिकांश बाहरी क्षेत्रों में तैनाती होने से उनका पैतृक गांव आना कम होता था। वर्ष 2015 में पिताजी का देहांत हो चुका है। इस दौरान उनकी जमीन पर बगैर सहमति सामुदायिक भवन का निर्माण कर डाला गया। जानकारी जुटाने पर समाज कल्याण विभाग व तत्कालीन ग्राम प्रधान ने भूमि दान में देने का हवाला दिया। जबकि पिताजी ने जीवित रहते कभी भी ऐसा कोई दाननामा तैयार नहीं किया। सूचना के अधिकार में जानकारी मिली की वर्ष 2021 में पिताजी ने दाननामा दिया था। हैरत जताई की जब पिताजी वर्ष 2015 में ही देहांत हो चुका है तो उसके बाद दाननामा कैसे तैयार कर दिया गया। हरीश मेहरा ने मामला मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल में भी दर्ज कराया पर अब तक न्यायोचित कार्रवाई नही हो सकी है। आरोप लगाया है की बड़े पैमाने पर सांठगांठ कर नोटरी करा दाननामा तैयार किया गया है। दावा किया की निष्पक्ष जांच होने पर कई चेहरे बेनकाब हो सकेंगे। ग्राम प्रधान जौरासी रेखा देवी के अनुसार उनके कार्यकाल से पहले का मामला है। सामुदायिक भवन बन चुका है। यदि मामले की जांच की मांग उठी है तो निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।