🔳बढेरी से खेत खलिहानों तक सीसी मार्ग को बीस लाख रुपये स्वीकृत
🔳किसानों को नहीं स्टोन क्रशर संचालकों को लाभान्वित करने का आरोप
🔳धारी गांव से खेतों तक सीसी मार्ग निर्माण पर दिया जोर
🔳किसान ने उठाए कार्यदाई संस्था की भूमिका पर सवाल
((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
बढेरी से खेत खलिहानों तक सीसी निर्माण के लिए स्वीकृत बीस लाख रुपये का बजट किसानों के साथ खेला होने का इशारा कर रहा है। गांव के बजाय बढेरी से खेतों की ओर सीसी निर्माण पर सवाल खड़े हो गए हैं। किसानों ने बढेरी से नहीं बल्कि धारी गांव से खेतों की ओर सीसी किए जाने की मांग उठाई है। आरोप लगाया है की बढेरी से सीसी निर्माण कार्य कर किसानों को नहीं बल्कि स्टोन क्रशर संचालकों को लाभान्वित किए जाने की रणनीति तैयार की जा रही है।
बेतालघाट ब्लॉक के धारी व खैरनी गांव के सैकड़ों कास्तकारों की कृषि भूमि बढेरी क्षेत्र में स्थित है। खेतों में गेहूं, मंडवा तथा विभिन्न दालों की बंपर पैदावार होती है। हालांकि अब स्टोन क्रशर स्थापित होने से खेती कुछ कम हुई है पर अब भी कास्तकार हाड़तोड़ मेहनत कर खेतीबाड़ी से जुड़े हैं। भुजान – बर्धो मोटर मार्ग पर स्थित बढेरी क्षेत्र से खेत खलिहानों की ओर जाने को कृषि उत्पादन विपणन बोर्ड हल्द्वानी ने लगभग बीस लाख रुपये के बजट से सीसी निर्माण के लिए निविदाएं आमंत्रित की है। कार्यदाई संस्था के बढेरी से खेतों की ओर सीसी निर्माण के लिए बजट आवंटन पर किसानों ने सवाल खड़े कर दिए है। किसानों के लिए नहीं बल्कि स्टोन क्रशर संचालकों को लाभान्वित करने के लिए सीसी निर्माण के लिए भारी भरकम बजट आवंटन का आरोप लगाया है। धारी निवासी प्रगतिशील किसान नंदन सिंह जंतवाल के अनुसार किसान गांव से लगभग तेरह किमी की दूरी तय कर बढेरी पहुंचते हैं तब खेतों तक पहुंचा जाता है। पूर्व में धारी गांव से सीसी निर्माण को प्रस्ताव भी भेजा गया था पर अब बढेरी से सीसी निर्माण को बजट स्वीकृत किया गया है। बढेरी से सीसी निर्माण का कोई औचित्य नहीं है। गांव के किसानों ने धारी गांव से खेतों की ओर सीसी निर्माण किए जाने की मांग उठाई है ताकि उपज को आसानी से गांव तक पहुंचाया जा सके और लाभ मिल सके। मंडी समिति के अवर अभियंता एके सिंह के अनुसार पूर्व में मिले प्रस्ताव के आधार पर ही बजट स्वीकृत होता है। एक वर्ष पहले निरीक्षण भी किया गया है।