🔳 राजकीय प्राथमिक विद्यालय तल्लाकोट व मल्लाकोट में बिगड़े हालात
🔳 दूसरे विद्यालय से शिक्षक भेज बामुश्किल कराई गई परीक्षा
🔳 ठीक परीक्षा के दिन बिमारी पड़ गए अध्यापकगण
🔳 बीइओ ने अपनाया सख्त रुख बैठाई जांच
[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]
बेतालघाट ब्लॉक के गांवों में स्थित विद्यालयों में नौनिहालों के भविष्य से खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है बावजूद सुध नहीं ली जा रही। अर्धवार्षिक परीक्षा शुरु होते ही राजकीय प्राथमिक विद्यालय तल्लाकोट व मल्लाकोट में तैनात अध्यापकगण बिमार पड़ गए। मजबूरी में विभाग ने चिकित्सा अवकाश पर गए शिक्षकों की जगह दूसरे विद्यालय से व्यवस्था पर शिक्षिका को भेज बामुश्किल परीक्षा करवाई। खंड शिक्षा अधिकारी हवलदार प्रसाद के अनुसार मनमानी पर अंकुश लगाने को विभागीय कार्रवाई के साथ ही अब वेतन पर रोक लगाने की कार्रवाई की जाएगी। पूरे मामले में जांच शुरु करवाने का दावा किया।
गांवों के बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने को केंद्र व राज्य सरकारें गंभीरता से कदम उठा रही है। तमाम योजनाएं चलाकर गांवों के नौनिहालों को शिक्षित करने को खूब बजट भी उपलब्ध करवाया जा रहा है बावजूद नौनिहालों के भविष्य से खुला खिलवाड़ किया जा रहा है। बेतालघाट ब्लॉक के तमाम स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण शिक्षा व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। शिक्षा विभाग बामुश्किल व्यवस्था पर शिक्षकों को भेज विद्यालय संचालित करा रहे हैं। सोमवार से अर्धवार्षिक परीक्षा शुरु होते ही अध्यापकगणो के बिमार पढ़ने का सिलसिला शुरु हो गया है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय मल्लाकोट में तैनात दोनों अध्यापकगण अर्धवार्षिक परीक्षा के पहले ही दिन बिमार पड़ गए। जबकि तल्लाकोट में भी एक शिक्षाकर्मी बिमार हो गए। विभाग को दूसरे विद्यालय से व्यवस्था में शिक्षक भेज परीक्षा करवाने को मजबूर होना पड़ा। परीक्षाओं के शुरु होते ही अध्यापकगणो के बिमार पढ़ने पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। बीइओ हवलदार प्रसाद के अनुसार लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। चिकित्सा अवकाश की जांच करवाई जाएगी। वेतन भी रोका जाएगा।