🔳 बड़ी दरार गहराने के साथ ही बढ़ने लगा धंसाव
🔳 हाईवे ध्वस्त हुआ तो कभी भी ठप हो सकती है आवाजाही
🔳 पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने समय पर सुध लिए जाने पर दिया जोर
🔳 अधिशासी अभियंता ने किया भूगर्भीय सर्वे के बाद सुरक्षा कार्य करवाने का दावा
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]
कुमाऊं की लाइफ लाइन पर क्वारब के बाद अब जेएनवी गंगरकोट (सुयालबाडी) के समीप खतरा मंडरा गया है। हाईवे के बीचोंबीच दरार गहराने व धंसाव बढ़ने से भविष्य में हाईवे के ध्वस्त होने से खतरा बढ़ने का अंदेशा है। पंचायत प्रतिनिधियों व व्यापारियों ने हाईवे की सुरक्षा को ठोस उपाय किए जाने की मांग उठाई है। एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार भूगर्भीय सर्वे करवा सुरक्षा के उपाय किए जाएंगे।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर क्वारब क्षेत्र में बड़ा खतरा मंडरा रहा है। हाईवे से सटी पहाड़ी से लगातार भूस्खलन से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। खतरे के मद्देनजर रात के समय आवाजाही प्रतिबंधित रखी गई है जबकि दिन में पीआरडी व होमगार्ड जवानों की निगरानी में वाहनों की आवाजाही करवाई जा रही है। क्वारब के बाद अब हाईवे पर गंगरकोट क्षेत्र में खतरा बढ़ गया है। हाईवे के बीचोंबीच दरार गहराने व भू-धंसाव होने से भविष्य में आवाजही प्रभावित होने का अंदेशा है। भारी वाहनों की आवाजाही से खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार यदि हाईवे की समय रहते सुध नहीं ली गई तो भविष्य में गंगरकोट क्षेत्र में भी हाईवे को बड़ा नुकसान हो सकता है। क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति के गजेंद्र सिंह नेगी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, फिरोज अहमद, विनोद मेहरा, संजय सिंह बिष्ट, मनोज बिष्ट आदि ने एनएच प्रशासन से गंगरकोट क्षेत्र में हाईवे की सुध लेने की मांग उठाई है। एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार के अनुसार मामले को गंभीरता से लिया जाएगा। जल्द भूगर्भीय सर्वे करवाया जाएगा। रिपोर्ट मिलने के बाद सुरक्षा के कार्य करवाए जाएंगे।