🔳 जेसीबी मशीन से खस्ताहाल पहाड़ी की बुनियाद को पहुंचाया जा रहा नुकसान
🔳 मुनाफे के फेर में खतरे में डाली जा रही यात्रियों की जिंदगी
🔳 पहाड़ी से हुए भूस्खलन से पूर्व में हो चुकी है कई मौतें
🔳 दिन दोपहर खदान से एनएच प्रशासन की कार्यप्रणाली पर खड़े हुए सवाल
🔳 स्थानीय लोगों ने पहाड़ी को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ उठाई कार्रवाई की मांग
[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]
कुमाऊं की लाइफ लाइन पर क्वारब क्षेत्र में अभी खतरा टल भी नहीं सका है की अब अतिसंवेदनशील लोहाली की पहाड़ी पर जानबूझकर खतरा पैदा किया जा रहा है। लोहाली की पहाड़ी पर भारी-भरकम लोडर मशीन से खदान होने से भूस्खलन का खतरा बढ़ने का अंदेशा है बावजूद एनएच के अफसर अनदेखी पर आमादा है। पहाड़ी पर खदान कर मलबा डंपरों में लाद ठिकाने लगाया जा रहा है पर जिम्मेदारों की कुंभकरणीय नींद नहीं टूट रही।
क्वारब के बाद अब लोहाली क्षेत्र में खस्ताहाल हो चुकी पहाड़ी को नुकसान पहुंचा मानवजनित आपदा की तैयारी की जा रही है। लोडर मशीन की मदद से पहाड़ी पर तीखे प्रहार कर खदान करने के बाद मलबा डंपरों में जहां तहां ले जाया जा रहा है। पहाड़ी के उपचार के उलट खदान किए जाने से बड़ा हादसा सामने आने का अंदेशा भी बना हुआ है पर एनएच के अफसर अनदेखी पर आमादा हो चुके हैं। पहाड़ी दरकने से पूर्व में कई लोगों की मौतें भी हो चुकी है इसके बाद भी पहाड़ी को नुकसान पहुंचाने का सिलसिला नहीं थम रहा। पहाड़ी की बुनियाद में मशीन से खदान किए जाने से भूस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है। स्थानीय पंकज नेगी, शिवराज सिंह बिष्ट, कुबेर सिंह, बालमुकुंद सिंह जीना ने पहाड़ी पर खदान किए जाने पर नाराजगी जताई है। आरोप लगाया की अतिसंवेदनशील लोहाली की पहाड़ी से छेड़छाड़ कर हाईवे पर आवाजाही कर रहे लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है बावजूद एनएच विभाग चुप्पी साधे बैठा है। ग्रामीणों ने तत्काल खदान पर रोक लगाने की मांग उठाई है। एनएच के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार के अनुसार खदान पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए जाएंगे।