◾ अभिभावकों के आक्रोशित होने तथा शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद सीईओ ने लिया फैसला
◾ प्रवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई को निदेशालय को भेजी रिपोर्ट
◾ जीआईसी भुजान में प्रधानाचार्य समेत तीन प्रवक्ताओं पर लगा है शिक्षिका को परेशान करने का आरोप

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

राजकीय उत्कृष्ट विद्यालय भुजान में तीन अध्यापकों पर मुकदमा दर्ज होने के बावजूद अध्यापकों को विद्यालय से ना हटाए जाने पर अभिभावकों का पारा चढ़ने के बाद अब शिक्षा विभाग हरकत में आ गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने प्रभारी प्रधानाचार्य से प्रभार हटा दूसरे शिक्षक को जिम्मेदारी सौंप दी है साथ ही अन्य प्रवक्ताओं के खिलाफ कार्रवाई को निदेशालय को भी पत्र भेज दिया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र भट्ट ने इसकी पुष्टि की है। मुख्य शिक्षा अधिकारी के अनुसार विद्यालय में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
जीआईसी भुजान में शिक्षिका के प्रभारी प्रधानाचार्य व दो अन्य शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के बाद भी कार्रवाई ना होने पर बीते दिनों अभिभावकों का पारा चढ़ गया। विद्यालय पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी एसएस चौहान व तहसीलदार रानीखेत मनीषा मारकाना को ज्ञापन सौंप मामले में कार्रवाई की मांग उठाई। आरोप लगाया कि विद्यालय राजनीति का अखाड़ा बन चुका है। गुटबाजी चरम पर है जिसका खामियाजा नौनिहाल भुगत रहे हैं। प्रभारी प्रधानाचार्य पर तमाम गंभीर आरोप लगाए। खंड शिक्षा अधिकारी ने रिपोर्ट तैयार कर मुख्य शिक्षा अधिकारी को भेजी। रिपोर्ट मिलने के बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी सुभाष चंद्र भट्ट ने प्रभारी प्रधानाचार्य पंकज से प्रभार हटा दूसरे शिक्षक को प्रभार सौंपा दिया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी के अनुसार रिपोर्ट मिलने के बाद प्रभारी प्रधानाचार्य के पद से पंकज साह से जिम्मेदारी हटा दूसरे अध्यापक को जिम्मेदारी सौंप दी गई है। साथ ही पंकज साह समेत मृणाल नेगी व एक अन्य शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई को निदेशालय स्तर पर पत्राचार कर दिया गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने साफ किया है कि विद्यालय में अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी विद्यालय का माहौल दुरुस्त करने को हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं जिसके लिए अधिकारियों को भी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इधर प्रभारी प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी संभाल रहे पंकज शाह से प्रभार हटाए जाने पर अभिभावकों ने खुशी जताई साथ ही। पंकज शाह व अन्य दो अध्यापकों को जांच पूरी होने तक दूसरे विद्यालय में भेजने की मांग की है अंदेशा जताया है कि विद्यालय में रहकर तीनों जांच प्रभावित कर सकते हैं।