🔳 कैंची व सैनिटोरियम क्षेत्र में स्थापित किए गए हेल्प डेस्क
🔳 हेल्प डेस्क में तैनात कर्मचारी करेंगे निगरानी
🔳 मनमानी कीमतें वसूलने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई
🔳 एसडीएम ने चेताया – बख्से नहीं जाएंगे छवि धूमिल करने वाले
[[[[[[[[[[[ टीम तीखी नजर की रिपोर्ट ]]]]]]]]]]]]]
कैंची धाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की ओवररेटिंग को लेकर लगातार नाराजगी सामने आने पर श्री कैंची धाम तहसील प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। मनमाने रेट वसूलने वाले दुकानदारों व वाहन चालकों पर शिकंजा कसने को एसडीएम तुषार सैनी ने कैंची व सेनिटोरियम क्षेत्र में हेल्प डेस्क स्थापित कर दिए है। कार्मिकों की तैनाती कर निगरानी के निर्देश दिए गए हैं। स्पष्ट किया है की मनमानी कीमत वसूलने वाले वाहन चालकों व दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर स्थित सुप्रसिद्ध कैंची धाम में रोजाना हजारों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। पुलिस प्रशासन गंभीरता से व्यवस्था बनाने में जुटा है तो वहीं श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए राज्य सरकार भी भारी भरकम बजट उपलब्ध कराकर निर्माण कार्यो का खाका खींच रही है। पिछले लंबे समय से बाहरी राज्यों से कैंची धाम पहुंचने वाले श्रद्धालु सोशल मीडिया के माध्यम से कैंची व आसपास के क्षेत्रों में स्थित होटल, दुकानों व फूड वैनों तथा शटल सेवा वाहन चालकों पर मनमानी कीमतें वसूलने का आरोप लगा मामला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल करने पर तमाम गंभीर सवाल खड़े हो गए। मामले के सामने आने पर श्री कैंची धाम तहसील प्रशासन भी हरकत में आ गया है। श्रद्धालुओं से मनमाने रेट वसूलने व क्षेत्र की छवि बिगाड़ने वाले वाहन चालकों, दुकानदारों, होटल स्वामियों व फूड वैन संचालकों पर कार्रवाई को लेकर एसडीएम तुषार सैनी ने सख्त रुख अपना लिया है। एसडीएम ने कैंची व शटल सेवा संचालन केंद्र सेनिटोरियम क्षेत्र में हेल्प डेस्क स्थापित कर दिए है। बकायदा समुचित कर्मचारियों की तैनाती कर दी गई है। एसडीएम ने कर्मचारियों को सभी शटल वाहनों व दुकानों, होटलों तथा फूड वैनों में रेट लिस्ट चस्पा करवाने के निर्देश दिए है। कर्मचारियों को मनमानी कीमतें वसूलने वाले वाहन चालकों के गाड़ी नंबर व होटलों व दुकानों की जानकारी जुटाकर रोजाना की रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है। एसडीएम तुषार सैनी के अनुसार श्रदालुओं से मनमानी कीमतें वसूलने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। क्षेत्र की छवि धूमिल करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। हेल्प डेस्क के माध्यम से श्रद्धालुओं को हर संभव मदद उपलब्ध कराई जाएगी।