= कुछ माह पूर्व किया गया नब्बे लाख रुपये से हुआ डामरीकरण तोड़ गया दम
= अब ग्रामीणों का भी चढ़ता ही जा रहा पारा
(((विरेन्द्र बिष्ट/फिरोज अहमद/सुनील मेहरा की रिपोर्ट)))
कैंची धाम क्षेत्र से हरतपा गांव को जोड़ने वाले मोटर मार्ग पर नब्बे लाख रूपए की लागत से किए गए डामरीकरण के जगह जगह ध्वस्त होने के मामले की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की पुरजोर मांग उठने लगी है। लोगों ने हीलाहवाली पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है ।
हरतपा गांव को राजमार्ग से जोड़ने वाली सड़क पर बीते कुछ माह पूर्व ही नब्बे लाख रूपए की भारी-भरकम लागत से डामरीकरण किया गया पर कुछ माह बाद ही डामरीकरण ध्वस्त होने लगा है जिससे स्थानीय लोगों का पारा भी चढ़ा हुआ है वहीं अब मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी जोर शोर से उठने लगी है। गुणवत्ता विहीन डामरीकरण पर विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी पर भी सवाल उठ रहे हैं लोगों का कहना है कि अधिकारियों की देखरेख में हुआ डामरीकरण कुछ ही माह में दम तोड़ गया है जिससे विभागीय अधिकारियों की लापरवाही भी है। सरकारी धन का खुलेआम दुरुपयोग किया गया है भारी-भरकम लागत से डामरीकरण कुछ महिनज में ही दम तोड़ने लगा है। लोगों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है। वहीं सरकारी धन के दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग भी उठाई है।