= चकबंदी न होने से बडे़ पैमाने पर हो सकती है गड़बडी़
= अभिलेखों की उठ रही जांच की मांग
= तमाम किसानो के हिस्से की जमीनो पर खदान की तैयारी
(((टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))
कोसी नदी में एक के बाद एक समतलीकरण कार्यो की स्वीकृति से अब किसानों ने मोर्चा मोर्चा खोलने की तैयारी शुरू कर दी है। आरोप लगाया है कि समतलीकरण के नाम पर किसानों की जमीने खुर्द खुर्द करने की तैयारी की जा रही है। चकबंदी ना होने से बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका भी है। ग्रामीणों ने जांच की मांग उठाई है दो टूक चेतावनी दी है कि यदि जल्द मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया तो कुमाऊं आयुक्त के कार्यालय में धरना शुरू किया जाएगा।
बेतालघाट क्षेत्र में बहने वाली कोसी नदी में आचार संहिता लगने से पूर्व ही एक के बाद एक बड़े पैमाने पर समतलीकरण के कार्य स्वीकृत कर दिया गए। ग्रामीणों का आरोप है कि जमीने खुर्द खुर्द की गई है। जब चकबंदी ही नहीं हो सकी है तो विशेष स्थान पर कैसे समतलीकरण की स्वीकृति दी गई है जो जांच का विषय है। किसानों ने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका भी जताई है। अलग-अलग हिस्से वाली जमीनों पर समतलीकरण की स्वीकृति पर गड़बड़ी की आशंका जताई है। दो टूक चेतावनी दी है कि यदि किसानों के हितों से खिलवाड़ किया गया तो फिर मोर्चा खोल दिया जाएगा।