◼️गंदगी से उठ रही दुर्गंध से लोगों का जीना दुश्वार
◼️ रास्ते पर गंदगी का ढेर उठा रहा जिम्मेदारों की जिम्मेदारी पर ही सवाल
◼️ मुंह में कपड़ा रख आवाजाही करना बनी मजबूरी

((( टीम तीखी नजर की रिपोर्ट)))

क्षेत्र में स्थित शिवालय मंदिर के समीप उत्तरवाहिनी शिप्रा व कोसी नदी के संगम तट को जाने वाले रास्ते पर गंदगी का अंबार मुंह चिढ़ा रहा है। गंदगी से उठ रही दुर्गंध से आवाजाही करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बावजूद जिम्मेदारों की आंखें बंद है। ऐतिहासिक संगम के रास्ते पर गंदगी के ढेर से प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान को भी पलीता लग रहा है।

एक ओर प्रदेश व केंद्र सरकार स्वच्छता अभियान में लाखों करोड़ों रुपये खर्च कर रही है वहीं दूसरी ओर खैरना क्षेत्र में उत्तरवाहिनी शिप्रा व कोसी नदी के तट पर स्थित ऐतिहासिक संगम को जाने वाले रास्ते पर ही गंदगी का अंबार लगा हुआ है। दूरदराज से लोग संगम तट पर अंत्येष्टि तथा अन्य धार्मिक कार्यों के लिए पहुंचते हैं पर गंदगी के चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा भी कई गुना बढ़ चुका है। गंदगी से उठ रही दुर्गंध से लोगों को आवाजाही में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है बावजूद कोई सुध लेवा नहीं है जिम्मेदारों की आंखों पर भी पट्टी बंधी हुई है। बचे सिंह, भीम सिंह, भुवन सिंह, मनोज सिंह अनिल सिंह आदि ने गंदगी निस्तारण के लिए ठोस उपाय किए जाने की मांग की है।