= कोरोना व आपदा के बाद से ठप है कारोबार
= तीन महीने का अतिरिक्त समय की उठी आवाज
(((कुबेर जीना/अंकित सुयाल/मनीष कर्नाटक की रिपोर्ट)))
लगातार नुकसान झेल रहे व्यापारियों को विद्युत बिल जमा करने में तीन माह का अतिरिक्त समय देने की मांग उठी है। व्यापारी नेताओं ने नुकसान से परेशान व्यापारियों के हितो से खिलवाड़ न किए जाने की मांग की है। दो टूक चेतावनी भी दी है की यदि व्यापारियों का उत्पीड़न किया गया तो फिर एकजुट होकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाऐगी।
पिछले दो वर्षो में लगातार नुकसान झेल रहे व्यापारियों को अक्टूबर में आई आपदा ने भारी नुकसान पहुंचाया। गरमपानी, खैरना क्षेत्र में व्यापारियों के मकान शिप्रा नदी के वेग की भेट चढ़ गए। प्रतिष्ठानों को भी काफि नुकसान पहुंचा। आपदा को चार महीने बीतने के बावजूद कारोबार अभी तक पटरी पर नही लौट सका। आज तक व्यापारी नुकसान का खामियाजा भुगत रहे है।प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल प्रदेश उपाध्यक्ष महिपाल सिंह बिष्ट, जिला संगठन मंत्री मदन सुयाल, पूरन लाल साह, गजेंद्र नेगी, दीपक बिष्ट,फिरोज अहमद आदि ने व्यापारियों की परेशानी को देख विद्युत बिल जमा करने की समय सीमा आगे बढा़ने की मांग की है।ताकी व्यापारियों को कुछ महीने की राहत मिल सके। व्यापारी नेताओं ने संबधित विभाग से मामले में व्यापारियों के हित में फैसला लेने की मांग उठाई है। दो टूक चेतावनी भी दी है यदि किसी व्यापारी की उपेक्षा कर विद्युत संयोजन काटा गया तो फिर सड़क पर उतर आंदोलन की रुपरेखा तैयार की जाऐगी।